शास्त्रों में एकादशी के पर्व को शुभ माना गया है। यह मार्गशीर्ष माह के ग्यारहवें दिन मनाया जाता है। यह एकादशी 22 दिसंबर 2023 को पड़ रही है। साल की आखिरी एकादशी होने के कारण इसका विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा-भाव से पूजा की जाए, तो मोक्ष की प्राप्ति होती है। मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) का व्रत करने से पापों का नाश होता है और पूर्वजों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस एकादशी (Mokshada Ekadashi) का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को भगवत गीता का उपदेश दिया था। इस दिन गीता का पाठ करना चाहिए। इससे पितृ दोषों से मुक्ति मिलती है।
घर लेकर आएं ये चीजें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) के दिन अगर आप कुछ खास उपाय करते हैं, तो आपको कई समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। वहीं, अगर आप इस दिन अपने घर में कोई खास वस्तु लाते हैं, तो आपके घर में हमेशा समृद्धि बनी रहेगी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सफेद हाथी की मूर्ति, कामधेनु गाय और मछली की मूर्ति घर लानी चाहिए। जो लोग ऐसा करते हैं, उनके घर में हमेशा सकारात्मकता बनी रहती है। साथ ही घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
इन मंत्रों का करें जाप
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान।
यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥