• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

शीतला अष्टमी पर लगाया जाता है बासी खाने का भोग, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व

Writer D by Writer D
27/03/2024
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Shitala Ashtami

Shitala Ashtami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू पंचांग के मुताबिक, होली के 8 दिन बाद शीतला अष्टमी (Shitala Ashtami) का व्रत रखा जाता है। इस दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे बसोड़ा या बासोड़ा के नाम से भी जाना जाता है।

शीतला अष्टमी के दिन देवी शीतला की पूजा करने की परंपरा है। साथ ही इस तिथि पर देवी को बासी भोजन का भोग भी लगाया जाता है। आइए, जानते हैं कि ऐसा करने की पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक कारण क्या है।

शीतला अष्टमी (Shitala Ashtami) धार्मिक महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शीतला माता को बासी भोजन बहुत प्रिय है। इसके साथ ही यह भी मान्यता है कि शीतला अष्टमी के दिन माता शीतला की पूजा करने और बासी भोजन का भोग लगाने से चेचक, खसरा आदि रोगों से भी मुक्ति मिलती है।

शीतला अष्टमी (Shitala Ashtami) वैज्ञानिक महत्व

शीतला अष्टमी का वैज्ञानिक महत्व भी है। यह पर्व उस समय मनाया जाता है, जब शीत ऋतु की विदाई और ग्रीष्म ऋतु के आगमन का समय होता है। ऐसे में यह दो ऋतुओं का संधिकाल ​​है। इस दौरान आपको अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अन्यथा आपकी सेहत पर इसका असर देखने को मिलेगा। माना जाता है कि इस मौसम में ठंडा खाना खाने से पाचन तंत्र ठीक रहता है। ऐसे में शीतला अष्टमी पर ठंडा खाना खाया जाता है।

इस तरह मनाया जाता है यह पर्व

बसोड़ा पर्व पर घरों में खाना पकाने के लिए आग का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसलिए बासोड़ा से एक दिन पहले मीठे चावल, रबड़ी, पुआ, हलवा, रोटी आदि पकवान बनाए जाते हैं। अगली सुबह वही बासी भोजन देवी शीतला को अर्पित किया जाता है। इसके बाद इस भोजन को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।

Tags: Shitala AshtamiShitala Ashtami 2024Shitala Ashtami dateShitala Ashtami importance
Previous Post

30 मार्च को खेली जाएगी देवताओं संग होली, जानें शुभ मुहूर्त

Next Post

आज बनेगा गजकेसरी योग, इन 3 राशि वालों की चमकेगी किस्मत

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Dhami participated in the Martyrs' Honor Ceremony in Lansdowne
Main Slider

सैन्य धाम अमर आत्माओं का प्रतीक, आने वाली पीढ़ियों को करेगा प्रेरित : मुख्यमंत्री

05/10/2025
Savin Bansal
Main Slider

डीएम की सूझबूझ से परिवार टूटने से बचा, परिजनों को स्मरण कराए एक-दूसरे के कर्तव्य

05/10/2025
KGAV girl students accuse the principal and warden
Main Slider

लखनऊ में KGAV में छात्राओं ने लगाएं गंभीर आरोप, DM ने की ये कार्रवाई

05/10/2025
Vaishno Devi
Main Slider

IMD के अलर्ट के बाद वैष्णो देवी यात्रा स्थगित, इस दिन से शुरू होंगे दर्शन

05/10/2025
AAP
Main Slider

RS Election: AAP ने कैंडिडेट का नाम किया घोषित, इस उद्योगपति को भेजेगी संसद

05/10/2025
Next Post
Gajakesari Yoga

आज बनेगा गजकेसरी योग, इन 3 राशि वालों की चमकेगी किस्मत

यह भी पढ़ें

Arrested

10 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार

08/05/2023
akhilesh yadav

किसान मना रहे हैं काला दिवस, अखिलेश बोले- हमारे हर निवाले पर किसानों का कर्ज

26/05/2021
rishi agarwal

ABG Shipyard Scam: ऋषि अग्रवाल पहुंचे CBI हेडक्वार्टर

21/02/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version