• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

पौष अमावस्या कब है, जानें पूजा-विधि एवं महत्व

Writer D by Writer D
20/12/2024
in धर्म, फैशन/शैली
0
Mahalaya Amavasya

Amavasya

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या (Amavasya) तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है। अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है। नदी में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय पौष का महीना चल रहा है। हर माह में एक बार अमावस्या (Amavasya) तिथि पड़ती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं पौष अमावस्या डेट, पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व…

पौष अमावस्या डेट- सोमवार, 30 दिसंबर 2024

पौष, कृष्ण अमावस्या प्रारम्भ – 04:01 ए एम, दिसम्बर 30

पौष, कृष्ण अमावस्या समाप्त – 03:56 ए एम, दिसम्बर 31

पौष अमावस्या (Paush Amavasya) का महत्व-

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है।

इस पावन तिथि पर पितर संबंधित कार्य करने से पितरों का आर्शीवाद प्राप्त होता है।

इस पावन दिन दान करने से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है।

पौष अमावस्या (Paush Amavasya) पूजा-विधि:

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इस दिन पवित्र नदी या सरवोर में स्नान करने का महत्व बहुत अधिक होता है। आप घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। सूर्य देव को अर्घ्य दें। अगर आप उपवास रख सकते हैं तो इस दिन उपवास भी रखें। इस दिन पितर संबंधित कार्य करने चाहिए। पितरों के निमित्त तर्पण और दान करें। इस पावन दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें। इस पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है।इस दिन विधि-विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना भी करें।

Tags: amavasyaPaush Amavasya
Previous Post

सफला एकादशी पर बन रहे है शुभ संयोग, जानें व्रत के नियम

Next Post

महाकुंभ में शाही स्नान का है महत्व, जानें तिथियां

Writer D

Writer D

Related Posts

Vaishno Devi
Main Slider

IMD के अलर्ट के बाद वैष्णो देवी यात्रा स्थगित, इस दिन से शुरू होंगे दर्शन

05/10/2025
Aloe Vera
Main Slider

इस प्लांट से मिलेगी निखरी त्वचा, ऐसे करें इस्तेमाल

05/10/2025
खाना-खजाना

नए स्टाइल से बनाएं सब्जी, स्वाद ऐसा की पेट भर जाएगा मन नहीं

05/10/2025
Pasta
खाना-खजाना

पास्ता के बचे हुए पानी को इन तरीकों से करें इस्तेमाल

05/10/2025
Makhana Halwa
खाना-खजाना

स्वीट लवर्स के लिए है शानदार उपहार, हो जाता है फटाफट तैयार

05/10/2025
Next Post
Maha Kumbh

महाकुंभ में शाही स्नान का है महत्व, जानें तिथियां

यह भी पढ़ें

लखनऊ में कोरोना

लखनऊ में कोरोना के 24 घंटों में 1 हजार के पार नए मामले, 18 की मौत

05/09/2020
सीएम योगी cm yogi

योगी बोले-  ‘एक भारत,श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना साकार के लिए सभी वर्गों का हो विकास

07/01/2021
Himanta Biswa

‘दीदी’ असम को धमकाने की हिम्मत कैसे हुई?, ममता के बयान पर भड़के हिमंत बिस्वा सरमा

28/08/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version