हाथरस। बुधवार देर रात सादाबाद के गांव जटोई में बौद्ध कथा के दौरान पुलिस (Police) के साथ हुई मारपीट, बवाल के मामले में उप निरीक्षक की ओर से पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लिया है। गांव के 16 लोगों को नामजद करते हुए अज्ञात महिला-पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाली पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
उपनिरीक्षक नवीन कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया है कि गांव जटोई में चल रही बौद्ध कथा के संबंध में फेसबुक अकाउंट एसीपी सोनू सिंह की ओर से एक वीडियो पोस्ट किया गया था। इसमें जटोई गांव में मनुवादी विचारधारा खत्म करने के लिए गांव पहुंचने की बात कही गई थी। इसकी जांच के लिए उपनिरीक्षक नवीन कुमार हमराही अनिल कुमार के साथ 11 जनवरी की रात करीब 8:00 बजे गांव पहुंचे थे।
इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने मिलकर पुलिस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। गालीगलौज, पथराव करते हुए जान से मारने की धमकी देने के अलावा सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। मारपीट में उपनिरीक्षक नवीन कुमार व हमराही अनिल कुमार घायल हो गए। इस मामले में आईपीसी की धारा 147, 148, 332, 353, 336, 504, 506 के अलावा आपराधिक कानून अधिनियम 1932 की धारा 7 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
इसमें सोनू सिंह पुत्र गुड्डू निवासी नारायच एत्माद्दौला आगरा, अनिल पुत्र वीर नारायण निवासी कृष्णा नगर मथुरा, दीपक पुत्र श्री कृष्ण, गौरव पुत्र श्री कृष्ण, श्री कृष्ण पुत्र सलगा राम, श्री कृष्ण की पत्नी, डबुआ पुत्र नवाब सिंह, पप्पू पुत्र विजेंद्र, सियाराम पुत्र विजेंद्र, दामोदर पुत्र सरवाना, सचिन पुत्र दामोदर, रवि पुत्र दामोदर, नीटू पुत्र दामोदर, उदयवीर पुत्र गीतम सिंह, बंटू पुत्र गीतम सिंह, कृष्णपाल पुत्र सलगा राम निवासीगण जटोई के अलावा 50-60 व्यक्ति व महिला को नामजद किया गया है।
जटोई में चल रहे धार्मिक आयोजन के दौरान हिंदू देवी देवताओं को लेकर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में गांव के कुछ लोगों ने पुलिस को शिकायत दी है। जिसमें बताया गया है कि गांव में चल रहे धार्मिक आयोजन के दौरान फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया गया था।
वीडियो में मनुवादी विचारधारा को खत्म करने के लिए गांव पहुंचने का आह्वान किया गया था। हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अभ्रद टिप्पणी की गई। देवी-देवताओं की तस्वीरों को अशोभनीय हालत में दिखाया गया है। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया है।
गांव के समाज विशेष के लोग हिंदू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करते रहते हैं। इसका विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देते हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।