भाजपा सरकार में ब्राह्मणों का बराबर अपमान हो रहा है, जबकि 16 फीसद ब्राह्मणों की बदौलत ही भाजपा की सरकार बनी थी। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ही नहीं सपा सरकार में भी ब्राह्मणों का अपमान हुआ।
सपा सरकार के मुखिया ने अपने मंत्री राजाराम पांडेय को अपमानित किया था। इसलिए उनकी हार्ट अटैक से मृत्यु हुई थी। ब्राह्मणों को चाहिये कि दलित, मुस्लिम और पिछड़ी जातियों से भाईचारा बनाएं और बसपा को सरकार में लाकर अपना सम्मान बरकरार रखें। यह बातें शनिवार को कानपुर पहुंचे बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहीं।
बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा इन दिनों प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के जरिये ब्राह्मणों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को कानपुर के कल्याणपुर में प्रबुद्ध वर्ग को उन्होंने संबोधित किया। उन्होंने कहा भाजपा, सपा की सरकार की नीतियों की नकल करती है।
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सपा सरकार में ब्राह्मण समाज का उत्पीडऩ होता था और अब भाजपा भी वही हो रहा है। सपा सरकार जब-जब आई दंगे हुए, हत्याएं हुईं वैसे ही भाजपा सरकार में हत्याएं हो रही है। ब्राह्मण समाज की जनसंख्या 16 प्रतिशत है, 23 प्रतिशत दलित समाज है। मुस्लिम समाज के साथ पिछड़ी जातियां भी बसपा के साथ हैं। इन सभी से ब्राह्मण समाज भाईचारा बनायें और 2007 की भांति उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनाकर अपना सम्मान वापस लायें।
बसपा सरकार में मिला ब्राह्मणों को सम्मान
बसपा महासचिव ने कहा कि 2007 में उत्तर प्रदेश में जब बसपा की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री मायावती ने सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीति पर काम किया। अपनी सरकार में एक दर्जन से अधिक ब्राह्मण समाज के लोगों को एमएलसी बनाया। 15 लोगों को मंत्री बनाया।
अहम पदों पर ब्राह्मण समाज के लोगों को बैठाया। आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज सिर्फ बसपा सरकार में होता है। बसपा सरकार में मायावती ने अपने सांसद को अपने आवास से गिरफ्तार करवाया था क्योंकि उसने कानून तोड़ा था। महिला सुरक्षा सिर्फ बसपा सरकार में हो सकती है।