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दिल्ली-NCR हो सकता है प्रदूषण मुक्त, CSIR ने विकसित की एक नयी तकनीक

Desk by Desk
26/10/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राष्ट्रीय, स्वास्थ्य
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air pollution

air pollution

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राष्ट्रीय डेस्क.   देश की राजधानी दिल्ली में पराली जलाने से प्रदूषण की समस्या काफी अधिक बढ़ गयी है.कोरोना वायरस के समय लॉकडाउन के दौरान देश भर में प्रदूषण का स्तर बहुत ही कम हो गया था. लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद फिर से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है. इस वक्त दिल्ली का AQI 635, यानी ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गया है. इसी सिलसिले पर कदम उठाते हुए सीएसआईआर(CSIR) की भोपाल स्थित प्रयोगशाला ने पराली से प्लाई और लकड़ी तैयार करने की तकनीक विकसित की है और इसे उद्योग जगत को हस्तांतरित कर दिया है.

देश में 79 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में, दिल्ली में हालत बदतर

एडवांस्ड मैटिरयल्स एंड प्रोसेसेज रिसर्च इंस्टीट्यूट (एएमपीआरआई) के वैज्ञानिकों ने पराली, औद्योगिक अपशिष्ट जैसे फ्लाई ऐश और मार्बल के कचरे तथा फाइबर का प्रयोग करते हुए हाईब्रिड प्लाई और कंपोजिट वुड विकसित की है। यह लकड़ी बेहद मजबूत है तथा आम लकड़ी की तुलना में ज्यादा प्रभावी होती है। इसमें आग लगने का खतरा भी न के बराबर होता है।

वैज्ञानिकों का यह शोध दो कारणों से बेहद अहम है। एक यह पराली, फ्लाई ऐश तथा मार्बल के कचरे का समाधान करता है। दूसरे, लकड़ी के विकल्प के रूप में पेड़ों को काटने से भी रोकता है। पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा तैयार की गई राष्ट्रीय वन नीति में स्पष्ट कहा गया है कि वैज्ञानिक भवन निर्माण के लिए लकड़ी का विकल्प खोजेंगे, जिससे वनों का कटान कम हो। इस प्रक्रिया से लकड़ी के निर्माण में 60 फीसदी तक कृषि एवं औद्योगिक कचरा मिलाया जाता है, जबकि बाकी 40 फीसदी फाइबर मिलाया जाता है।

एएमपीआरआई ने इस तकनीक को बाजार में उतारने के लिए भिलाई की कंपनी शुभ ग्रीन शीट प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किया है। कंपनी जल्द ही भिलाई में इसका उद्योग स्थापित करने जा रही है।

पराली जलाने पर रोक लग सकेगी
एएमपीआरआई के निदेशक अवनीश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह प्लाई एवं लकड़ी मौजूदा उत्पादों का बेहतर विकल्प साबित होगी। पराली से प्लाई और लकड़ी बनाने के शोध में एनआईटी, कुरुक्षेत्र भी शामिल रहा है। एनआईटी, कुरुक्षेत्र के निदेशक सतीश कुमार के अनुसार इससे पंजाब एवं हरियाणा में पराली जलाने पर रोक लगेगी।

Tags: 24ghanteonline.comCSIRdelhihindi newsnews in hindiParaliplyPollutionpollution in Delhiदिल्लीदिल्ली प्रदूषणदिल्ली में प्रदूषणपरालीप्रदूषणप्लाई
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