इटावा। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है। सपा ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को अपना प्रत्याशी बनाया है। चुनाव को लेकर प्रचार किया जा रहा है। डिंपल यादव (Dimple Yadav) के प्रचार को लेकर इटावा में गुरुवार रात को हंगामा मच गया।
जानकारी के मुताबिक, इटावा रेलवे स्टेशन (Etawah Railway) के रेलवे इंक्वायरी से ‘डिंपल यादव जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए। 15-20 बार लगाए गए इन नारों को सुन स्टेशन पर मौजूद हर व्यक्ति हैरान हो गया। फिर पता चला कि कुछ अराजक तत्व रेलवे इंक्वायरी ऑफिस में जबरन घुस आए थे और उन्होंने ‘डिंपल यादव जिंदाबाद’ के नारे लगाए। घटना को लेकर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
बताया गया कि इटावा रेलवे स्टेशन (Etawah Railway) पर शनिवार की रात इंक्वायरी अनाउंसमेंट से ट्रेनों की जानकारी की जगह ‘डिंपल यादव जिंदाबाद’ के नारे सुनाई दिए। नारों को सुन स्टेशन पर मौजूद हर व्यक्ति हैरान हो गए।
स्टेशन पर मौजूद यात्री लाल बाबा ने बताया कि वह गाड़ी के अनाउंसमेंट को सुनने के लिए बैठे हुए थे। तभी अचानक से ‘डिंपल यादव जिंदाबाद’ के नारों की आवाज माइक से सुनाई देने लगी। कई बार डिंपल यादव जिंदाबाद के नारे लगाए गए। मैं किसी का समर्थक नहीं हूं मेरे लिए सभी बराबर हैं। लेकिन जब मुझे पता चला कि रेलवे इंक्वायरी से नारे लगाए गए तो मैंने इसका विरोध किया। क्योंकि सरकारी मशीनों का ऐसा उपयोग करना बहुत ही ज्यादा गलत है।
मामले में स्टेशन पार्किंग में कार्यरत कर्मचारी मोहित चतुर्वेदी ने कहा, गुरुवार की रात लगभग ग्यारह बजे हुए थे। स्टेशन पर जहां से ट्रेनों की जानकारी का अनाउंसमेंट होता है वहां से राजनीतिक नारे सुनाई दिए थे। लोग ‘डिंपल यादव जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे। जब मैंने वहां जाकर देखा तो इंक्वायरी अनाउंसमेंट काउंटर के बाहर कई और यात्री भी खड़े हुए थे। सभी नारे सुन कर बहुत हैरान थे और इसका विरोध कर रहे थे।
लोग जबरन घुस आए थे: इंक्वायरी कर्मचारी
वहीं, रेलवे अनाउंसमेंट कर्मचारी मुकेश कुमार ने बताया कि रात्रि में मौजूद तैनात इंक्वायरी कर्मचारी मंशा मुंडा से इस संबंध में जानकारी ली गई है। उसने बताया है कि रात में कुछ लोग जबरन ऑफिस में घुस आए थे। और फिर उन्होंने माइक छीनते हुए डिंपल यादव जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिन्होंने जबरदस्ती इस तरह की नारेबाजी की है, उन सभी की शिकायत रेलवे प्रशासन में कर दी गई है।