उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में घूरामऊ बंगला मोहल्ले में एक महिला ने अपने तीन बेटों को जहर देकर खुद खा लिया। गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि बच्चों की मां व बड़े भाई को गंभीर हालत के लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। घटना के पीछे घरेलू कलह बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
शहर कोतवाली इलाके के मोहल्ला घूरामऊ बंगला निवासी मनोज कश्यप की तीस वर्षीय पत्नी नीतू, तेरह वर्षीय बेटे नितिन, चार साल के लवली व तीन साल के शुभ की रविवार शाम करीब पांच बजे अचानक हालत बिगड़ गई। इन लोगों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान लवली व शुभ की मौत हो गई। जबकि हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने नीतू व नितिन को लखनऊ रेफर कर दिया। बताते हैं कि घरेलू कलह के चलते नीतू ने अपने तीनों बेटों को जहर दे दिया और उसके बाद खुद खा लिया।
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जब तीनों की हालत बिगड़ी तो परिवार के अन्य लोगों को जानकारी हुई। इसके बाद उनको जिला अस्पताल ले जाया गया। मनोज शहर के लालबाग के पास एक दुकान पर काम करता है। उसका कहना है कि जब उसे जानकारी मिली तो वह मालिक की गाड़ी लेकर घर पहुंचा। जहां उसकी पत्नी बच्चों की हालत गंभीर थी। उनको जिला अस्पताल ले गया। जहां दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी व बड़े बेटे को लखनऊ रेफर कर दिया गया है। इन दोनों की भी हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद्र अग्रिहोत्री का कहना है कि घूरामऊ बंगला निवासी मनोज के दो बच्चों लवली व शुभ की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी नीतू व बड़े बेटे नितिन को लखनऊ रेफर कर दिया गया है। परिवार के अन्य लोग लखनऊ मरीजों के साथ ही गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
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सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह का कहना है कि शहर कोतवाली के घूरामऊ बंगला की एक महिला ने रविवार की शाम करीब पांच बजे स्वयं और अपनी तीन बच्चों को जहर खिला दिया गया है। गंभीर अवस्था में महिला के पति द्वारा चारों को जिला अस्पताल लाया गया। जहां दो बच्चों की मौत हो गई। महिला व उसके बड़े बेटे को लखनऊ रेफर किया गया है।