लाइफस्टाइल डेस्क। भारत में खाने में तो मसालों का उपयोग किया ही जाता है, साथ ही इनका उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं की तरह रोगों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। पहले के समय में दादी-नानी घर पर ही मसालों से जुड़े देसी नुस्खों के बारे में बताती थीं, जिसमें हरी इलायची भी शामिल है। हरी इलायची को लोग मसाले के रुप में इस्तेमाल करते हैं। इसका सबसे ज्यादा उपयोग लोग स्वीट डिश में खुशबू और स्वाद को बढ़ाने के लिए करते हैं। रसोई में आसानी से मिलने वाली इलायची के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
इलायची को माउथ फ्रेशनर की तरह उपयोग किया जाता है,क्योंकि ये मुंह की बदबू को दूर करती है। अगर आपको मुंह से दुर्गंध आने की परेशानी है, तो खाना खाने के बाद एक या दो इलायची चबा लें। इससे हाजमा भी ठीक रहेगा और मुंह की दुर्गंध से छुटकारा भी मिलेगा।
किसी को समस्या होती है कि जब उनके पेट में गैस होती है तो सिर में दर्द होने लगता है। इसलिए इलायची का सेवन करें। इससे आपकी पाचन प्रकिया सुचारु होती है। गैस की वजह से सिर में होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है। इलायची का सेवन बदहजमी के कारण होने वाली एसिडिटी की समस्या में भी राहत दिलाता है। खाना खाने के बाद मुंह में इलायची डाल कर लगभग सौ कदम टहलना चाहिए।
इलायची शरीर के टॉक्सिन (विषैले पदार्थ) को बाहर निकालने में सहायता करती है। इसमें कैल्शियम,पौटेशियम और मैग्नेशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं। इलायची का सेवन रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में सहायक है।