• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

उत्तर प्रदेश के अस्पतालों की FIRE NOC की होगी जांच, निदेशक को दी जाएगी नोटिस

Desk by Desk
28/03/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, कानपुर, क्राइम, ख़ास खबर
0
DG Fire
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

कानपुर। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान में रविवार को शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग ने देखते ही देखते विकराल रुप धारण कर लिया और मरीजों की जान पर आ गयी। हालांकि दमकल की नौ गाड़ियों के बदौलत टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया और किसी भी प्रकार जनहानि नहीं हुई।

यह अलग बात है कि मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने के दौरान दो मरीजों की मौत हो गयी। हादसे की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया। इसके बाद डीजी फायर खुद मौके पर पहुंचे और बताया कि स्टोर रुम की वजह से आग तेजी से फैली।

स्टोर रुम मुख्य बिल्डिंग से होंगे दूर, चलाया जाएगा अभियान

इसके लिए प्रदेश के सभी अस्पतालों पर अभियान चलाया जाएगा कि कोई भी अस्पताल अपनी मुख्य बिल्डिंग के पास स्टोर रुम नहीं रखेगा। इसके साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि बिना फायर एनओसी के कोई भी अस्पताल संचालित नहीं होगा।

रावतपुर के जीटी रोड स्थित लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) में रविवार को मुख्य बिल्डिंग के नीचे वाले फ्लोर पर बने स्टोर रुम में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने से मरीजों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सूचना पर पहुंची दमकल की टीम ने बड़ी-बड़ी सीढ़ियों के जरिये मरीजों को दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया गया।

रिफाइंड तेल गोदाम में लगी भीषण आग, 30 लाख का हुआ नुकसान

कानपुर परिक्षेत्र के सबसे बड़े कार्डियोलॉजी अस्पताल में आग लगने की जानकारी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और लखनऊ से दमकल के साथ ही अन्य विभागों के आलाधिकारी कानपुर पहुंचने लगे। अस्पताल पहुंचे डीजी फायर आरके विश्वकर्मा ने बताया कि 140 मरीज भर्ती थे जिनको सुरक्षित निकाल लिया गया है।

नौ फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। किसी की मौत नहीं हुई है और स्टोर रुम में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है। स्टोर रुम में रखे प्लास्टिक के सामान के चलते आग ने विकराल रुप धारण किया है। मेरे अनुसार किसी भी अस्पताल के मुख्य बिल्डिंग से दूर स्टोर रुम को होना चाहिये। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। हादसे के कारणों को जांचने के लिए टीम का गठन किया गया है और जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

फेल हुआ फायर का सिस्टम

आग लगने के बाद हृदय रोग संस्थान में बड़ी लापरवाही सामने आई है। आलम यह रहा कि मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था। इसे लेकर अग्निशमन विभाग नोटिस जारी कर चुका था, क्योंकि अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका था।

बताया जा रहा है कि कॉर्डियोलॉजी अस्पताल में आग से निपटने के इंतजाम ही नहीं थे। यहां लगे स्मोक डिटेक्टर, फायर पैनल एवं अग्निशमन उपकरण (फायर एक्सटिंग्युशर) काम ही नहीं कर सके। अग्निशमन विभाग ने फायर एनओसी (नन आब्जेक्यशन सर्टिफिकेट) के लिए संस्थान को नोटिस दिया था। फिर भी गंभीरता नहीं दिखाई, यही लापरवाही घटना के समय भारी पड़ गई।

लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान में कहने के लिए आग से निपटने के पूरे इंतजाम किए गए हैं। लेकिन वास्तविकता में ऐसा कुछ भी नहीं है। सूत्रों का कहना है कि संस्थान के अधिकारी इसकी कभी जांच-पड़ताल तक नहीं करते हैं। यहां लगी पाइप लाइन जंक जा रही है।

हाइड्रेंट केवल दिखावे के लिए हैं। यहां वाटर लाइन, हाइडेंट और फायर कंट्रोल पैनल, स्मोक डिटेक्टर एवं फायर एक्सटिंग्युशर लगे हैं। संस्थान में जगह-जगह लगे फायर एक्सटिंग्युशर एक्सपायरी डेट के हैं। मुख्य अग्निशनम अधिकारी सुरेंद्र चौबे ने बताया कि संस्थान में आग बुझाने के लिए लगा फायर पैनल काम नहीं कर सका। हाईडेंट और पाइप लाइन भी खराब पड़ी है। यहां लगे ज्यादातर फायर एक्सटिंग्युशर भी एक्सपायरी डेट के थे। इसलिए कुछ ही काम कर सके। संस्थान को फायर की एनओसी के लिए पूर्व में नोटिस दिया था। इसके बावजूद लापरवाही बरती गई।

संस्थान के निदेशक को दी जाएगी नोटिस

गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने कहा कि हृदय रोग संस्थान में फायर सेफ्टी सिस्टम फेल होना गंभीर बात है। अगर अग्निशमन विभाग ने फायर एनओसी के लिए नोटिस दिया था, तो उस पर गंभीरता बरती चाहिए थी। संस्थान के निदेशक से नोटिस को लेकर जवाब तलब करेंगे।

Tags: DG FireFIRE NOChindi newsHospitals of UPNotice to hospitalsup news
Previous Post

10वीं शताब्दी में चंद शासनकाल से खेली जा रही है कुमाउंनी शास्त्रीय होली

Next Post

जानिए क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, देश में है होली की मस्ती की धूम

Desk

Desk

Related Posts

Biriyani must be made at home for guests, taste will be remembered by all
Main Slider

विकेंड बनाए वेजिटेबल बिरयानी, बढ़ जाएगा खाने का स्वाद

25/10/2025
Cheesy Maggi Sandwiches
Main Slider

बच्चों के लिए बनाये मैगी ये बनी ये मजेदार डिश

25/10/2025
Sabudana ki Barfi
Main Slider

ये मिठाई मुंह में रखते ही घुल जाएगी, बनाकर देखें

25/10/2025
Diabetes
फैशन/शैली

डायबिटीज को कंट्रोल करेगा ये काढ़ा, जानें इसको बनाने का तरीका

25/10/2025
Sleeping
Main Slider

बिना तकिये के सोने की डालें आदत, सेहत को होंगे गजब के फायदें

25/10/2025
Next Post
Holi

जानिए क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, देश में है होली की मस्ती की धूम

यह भी पढ़ें

Parliament

संसद भवन पहुंचा कोरोना, 400 से अधिक लोग पॉज़िटिव

08/01/2022
Agni-3 missile

भारत ने किया Agni-3 मिसाइल का सफल परीक्षण

23/11/2022
Hospitals

कहीं OT में बियर की बोतल तो कोई चल रहा था बिना रेजिस्ट्रेशन, ऐसे खुली अस्पतालों की पोल

20/07/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version