हमीरपुर। विदेश भेजने के नाम पर नव युवकों से ठगी (Fraud) करना अब आम हो चला है। कबूतरबाज किसी न किसी ढंग को अपनाकर लोगों से जालसाजी कर उनको मूर्ख बनाने से नहीं चूकते हैं और अपना मुख्य व्यवसाय बना चुके हैं। ऐसी ही एक जालसाजी की घटना को बताते हुए कोतवाली क्षेत्र के भैंसता गांव निवासी एक युवक की आंखें नम हो गईं, जिसमें उसने बताया कि उसके साथ काम करने वाले कथित दोस्त ने ही विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 40000 रुपए की ठगी कर ली और फर्जी टिकट व फर्जी वीज़ा भी भेज दिया।
कोतवाली क्षेत्र के भैंसता गांव निवासी सुघर सिंह पुत्र दातादीन ने मौदहा कोतवाल को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वह राकेश कुमार निवासी बाराबंकी के साथ लगभग 4 वर्ष तक विदेश में रहा और एक साथ ही काम करते रहे जिससे वह दोनों मित्र बन गए थे, उसने बताया कि वहां से आने के बाद जब पीड़ित काफी दिनों तक गांव में रहा तो उसकी दोबारा विदेश जाने की इच्छा जागृत हुई जिसके लिए उसने अपने दोस्त निवासी बाराबंकी से संपर्क साधना शुरू कर दिया।
पीड़ित ने बताया कि उसके दोस्त ने उससे 40000 रुपए मांगे और विदेश में नौकरी दिलाने की बात भी कही जिसके बाद प्रार्थी ने किस्तों में मांगे हुए पैसे तो दे दिए लेकिन बदले में उसे सिर्फ फर्जी वीज़ा व फर्जी टिकट ही हाथ लग पाया, जिसके बाद पीड़ित ने अपने मित्र से अपने दिए हुए पैसे मांगे तो वह इधर-उधर कर आनाकानी करने लगा। जिसके बाद प्रार्थी ने मौदहा कोतवाल को शिकायती पत्र सौंपते हुए ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
जब इस संबंध में कोतवाल भरत कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जालसाजी की शिकायत आई है जिस पर जांच की जा रही है, जांचोपरांत दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। अवगत हो कि कस्बा सहित क्षेत्र में भी ऐसे जालसाज बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं जो भोले भाले युवकों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 2-2 लाख रुपए की मांग करने के साथ उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं।