• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

Gyanvapi Case: नहीं मानी गई मुस्लिम पक्ष की दलील, कोर्ट ने दी ASI सर्वे की मंजूरी

Writer D by Writer D
21/07/2023
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, वाराणसी
0
Gyanvapi

Gyanvapi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

वाराणसी। ज्ञानवापी (Gyanvapi) परिसर के एएसआई सर्वे को लेकर वारणसी जिला कोर्ट का बड़ा फैसला आया है। वुजुखाने को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे (ASI Survey) कराने की मांग को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।

हिंदू पक्ष की ओर से की गई मांग को कोर्ट ने मान लिया है। जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश कोर्ट ने मामले में सुनवाई पूरी करने के बाद शुक्रवार को दोपहर बाद करीब 4 बजे कोर्ट ने यह फैसला सुनाया।

हिंदू पक्ष की ओर से विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे परिसर की वैज्ञानिक सर्वे कराने की मांग की गई थी। इस पर तीन दिनों की सुनवाई के बाद 14 जुलाई को फैसला सुरक्षित रखा गया था।

फैसले के संबंध में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि कोर्ट ने विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे परिसर का वैज्ञानिक सर्वे कराने का आदेश दिया है।

कोर्ट के सामने हिंदू पक्ष ने दी थी यह दलील

इसी विषय पर गत सुनवाई पर हिंदू पक्ष के अधिवक्ताओं के द्वारा विस्तारपूर्वक जिला न्यायालय के समक्ष हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों और कई केस लॉ को रखते हुए जनपद न्यायाधीश से निवेदन किया गया था कि ज्ञानवापी (Gyanvapi) परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराना अपरिहार्य है, इससे हिन्दूओं में तनावपूर्ण माहौल व्याप्त है। ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर उपजे हुए तनाव का सौहार्दपूर्ण समाधान हो जाए और ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक तथ्य सबके सामने आ सके।

मुख्य सचिव संधू को मिला छह महीने का सेवा विस्तार

ज्ञानवापी (Gyanvapi)परिसर में किस काल खंड में कौन सी संरचना से मंदिर बना था, इस विषय पर आर्कोलॉजी के विशेषज्ञ- राडार पेनिट्रेटिंग, एक्सरे पद्धति, राडार मैपिंग, स्टाइलिस्ट डेटिंग आदि पद्धति का प्रयोग कर सकते हैं। स्टाइलिस्ट डेटिंग में किसी संरचना के निर्माण शैली से उसके सदियों पुराने स्थिति का आंकलन कर पुरातत्व के विशेषज्ञ स्पष्ट व प्रमाणित कर देते हैं कि उस संरचना का कौन सा काल खण्ड है।

Tags: asi surveygyanvapi casegyanvapi verdictup newsvaranasi news
Previous Post

मुख्य सचिव संधू को मिला छह महीने का सेवा विस्तार

Next Post

सर्वाधिक सेफ सिटी वाला देश पहला राज्य हो सकेगा उत्तर प्रदेश

Writer D

Writer D

Related Posts

AK Sharma
उत्तर प्रदेश

योग भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर

21/06/2025
International Yoga Day
उत्तर प्रदेश

योग दिवस पर योगी सरकार का अनूठा प्रयास, वृद्धाश्रमों और सर्वोदय विद्यालयों में गूंजे योग के मंत्र

21/06/2025
Main Slider

योग से भारत ने विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया : मुख्यमंत्री

21/06/2025
Expressway
उत्तर प्रदेश

देश में बने हर 10 में 6 किलोमीटर एक्सप्रेसवे होंगे यूपी में

20/06/2025
CM Yogi dedicated the Gorakhpur Link Expressway to the public
Main Slider

पहचान के संकट से निकलकर आज आजमगढ़ बना अदम्य साहस का गढ़- सीएम योगी

20/06/2025
Next Post
Safe City

सर्वाधिक सेफ सिटी वाला देश पहला राज्य हो सकेगा उत्तर प्रदेश

यह भी पढ़ें

Joshimath Disaster

जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए प्रस्तावित नीति पर मंत्रिमंडल ने लगाई मुहर

15/02/2023
Sandalwood Face Pack

गर्मियों में फेस पर निखार लाएंगे चंदन के ये फैस पैक

20/05/2025
Baijnath Rawat

यूपी में SC-ST आयोग का गठन, पूर्व विधायक बैजनाथ रावत बने अध्यक्ष

27/09/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version