इस वक़्त मौसम में हुए बदलाव की वजह से स्वास्थ्य से जुडी कई समस्याए और बीमारियाँ हमे घेर लेती हैं. ऐसे में गले में दर्द,खांसी, खराश और आवाज का भारीपन भी मुख्य समस्या है. ऐसे में दवा के उपचार के साथ आपकों कुछ परहेज भी करना चाहिए. जिससे गले की इन्फेक्शन में राहत जल्दी मिलेगी. साथ ही इससे निजात पाने के लिए आप इन घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं जो काफी असरदार साबित हो सकते हैं.
आमतौर पर जब छाती में जलन महसूस होती है तो कभी-कभी यह ऐसिड गले और वॉयस बॉक्स तक पहुंच जाता है। इससे गले में खराश होने लगती है। वायरल इंफेक्शन गले की खराश का सबसे आम कारण है। वायरल इंफेक्शन से खांसी, नाक में खुजली, बच्चों में डायरिया और गला बैठने के साथ-साथ खराश होने लगती है।
अगर आपको टॉन्सिल इंफेक्शन हो जाने से गले में दर्द और निगलने में परेशानी हो रही है तो आधा चम्मच सेंधा नमक और आधा चम्मच हल्दी 2 गिलास पानी में मिलाकर 10 मिनट उबाल लें। अब इसे छानकर गुनगुना होने तक ठंडा होने दें। इस गुनगुने पानी से पूरे दिन में कम से कम दो बारा गरारा करें। ऐसा करने से कुछ ही दिन में टॉन्सिल ठीक हो जाएगा।
मौसम में बदलाव होने से अक्सर गले में दर्द और सूजन की समस्या हो जाती है। ऐसे में आप 2 गिलास पानी में 2 चम्मच अजवायन डालकर 10 मिनट उबालें। अब इस गुनगुने पानी में थोड़ा-सा नमक मिलाकर सुबह और रात को सोते समय गरारे करें।
फिटकरी को तवे पर गर्म करके पीस लें। आधा चम्मच फिटकरी 1 गिलास गर्म पानी में मिलाकर गरारे करें। दिन में 3-4 बार इस तरह गरारा करने से गले की सूजन, गले का दर्द आदि ठीक होते है। टॉन्सिल में दर्द या चुभन खत्म होती है या गले में छाले हो गए हों तो वे भी ठीक होते है।
1 कप दूध में चौथाई चम्मच सोंठ का चूर्ण और चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर उबाल लें। यह पानी गले की हर प्रकार की तकलीफ में आराम देता है।