• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

महिलाओं के लिए जरूरी है ये जेवर, जानें इसका महत्व

Writer D by Writer D
19/09/2024
in धर्म, फैशन/शैली
0
bichhiya

bichhiya

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म में  एक विवाहित स्त्री के लिए सोलह श्रृंगार का बड़ा महत्व है, जिसमें स्त्री सिर से लेकर पैर तक विभिन्न प्रकार के आभूषण धारण करती है. स्त्री के सोलह श्रृंगार में बिंदी, काजल, मेहंदी, चूड़ी, मंगलसूत्र, मांग टीका, झुमके, बाजूबंद, कमरबंद, बिछिया (Bichhiya), पायल, अंगूठी आदि आभूषण शामिल होते हैं. माथे पर बिंदी से लेकर पैर में पायल तक, जो भी आभूषण महिलाएं धारण करती हैं, उसका अपना एक विशेष महत्व होता है. शास्त्रों में सभी आभूषणों का विश्लेषण किया गया है. आज हम पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानेंगे स्त्री के पैरों की अंगुलियों में बिछिया (Bichhiya) पहनने का महत्व.

बिछिया (Bichhiya)पहनने का ज्योतिष महत्व

शास्त्रों में उल्लेख  है कि आभूषण किसी भी स्त्री के विवाहित होने के संकेत होते हैं. यह भारतीय संस्कृति का भी प्रतीक है. बिछिया पैर के अंगूठे के बाद वाली उंगली में पहनी जाती है. यह औरतों के पैरों को आकर्षक बनाती है. महिलाओं के लिए बिछिया पहनना शुभ माना जाता है क्योंकि इसका संबंध देवी मां से हैं. दुर्गा पूजा के दौरान भी मां को बिछिया पहनाई जाती है.

बिछिया (Bichhiya) पहनने का वैज्ञानिक कारण

महिलाओं के बिछिया पहनने का ना सिर्फ धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है. कहते हैं कि औरतों के पैर की अंगुली की नसों का संबंध उनके गर्भाशय से होता है. ऐसे में बिछिया पहनने से रक्त का प्रवाह सही तरह से गर्भाशय तक पहुंचता है और उन्हें गर्भधारण करने में परेशानी कम होती है. बिछिया एक एक्यूप्रेशर का काम भी करती है, जिससे महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधि लाभ भी मिलता है.

सोने की बिछिया (Bichhiya) पहनने की मनाही

धार्मिक दृष्टि से पैरों में चांदी की बिछिया ही पहननी चाहिए क्योंकि पैरों में सोना नहीं पहनते. कमर से नीचे सोने के आभूषण पहनना मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है. वैज्ञानिक दृष्टि से माना जाता है कि चांदी धरती से निकले वाली ध्रुवीय ऊर्जा को खींच कर महिलाओं के शरीर तक पहुंचाती है, जिससे महिलाएं दिनभर ऊर्जावान बनी रहती हैं.

Tags: AstrologyAstrology tips
Previous Post

ड्राई स्किन पर कब करवाना चाहिए फेशियल

Next Post

नहाने के बाद न करें ये गलतियां, वरना स्किन हो जाएगा खराब

Writer D

Writer D

Related Posts

Kashmiri halwa.
Main Slider

इस स्वीट डिश से कराएं मेहमानों का मुंह मीठा, झटपट हो जाएगी तैयार

09/11/2025
chilli pickle
Main Slider

इस अचार के बिना अधूरा लगता है पराठा, 5 मिनट में हो जाएगा तैयार

09/11/2025
Curtains
फैशन/शैली

सर्दियों में इस तरह करें पर्दो के रंग का चुनाव, मिलेगा आकर्षक लुक

09/11/2025
Bees
Main Slider

घर में मधुमक्खियों ने डाल लिया हैं डेरा, निजात पाने के लिए आजमाए ये उपाय

09/11/2025
Maa Lakshmi
Main Slider

घर में इस समय प्रवेश करती हैं माता लक्ष्मी, भूलकर भी न करें ये गलतियां

09/11/2025
Next Post
Wednesday

नहाने के बाद न करें ये गलतियां, वरना स्किन हो जाएगा खराब

यह भी पढ़ें

Randeep Surjewala

62 करोड़ अन्नदाताओं के साथ खड़ा हो देश : रणदीप सिंह सुरजेवाला

25/09/2020
Ramswaroop University

रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में फंक्शन के दौरान जमकर छुई चाकूबाजी, एक छात्र की मौत

08/05/2022
Sadanand Singh

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का निधन, राजनीतिक गलियारे में दौड़ी शोक की लहर

08/09/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version