• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

तानाशाही के विरुद्ध लोकतंत्र की विजयगाथा है 21 मार्च: CM साय

Writer D by Writer D
21/03/2025
in राजनीति, छत्तीसगढ़, राष्ट्रीय
0
CM Vishnudev Sai

CM Vishnudev Sai

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Sai) ने 21 मार्च को भारत के लोकतंत्र के लिए ऐतिहासिक दिन बताय। उन्होंने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है, और 21 मार्च 1977 वह दिन है जब देश ने तानाशाही के विरुद्ध जीत दर्ज की थी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक बदलाव नहीं था, बल्कि भारत के नागरिकों की आस्था, साहस और संघर्ष की विजय थी। मुख्यमंत्री श्री साय (CM Sai) ने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल ने संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों को कुचल दिया था।

न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका – जिनके संतुलन पर हमारा लोकतंत्र टिका है। उसे तोड़कर समस्त शक्ति एक परिवार के हाथों में केंद्रित कर दी गई थी। नागरिक अधिकारों का दमन, मीडिया पर सेंसरशिप, विरोध की आवाज़ों का दमन और रातों में की जाने वाली गिरफ्तारियां संविधान के चिथड़े उधेड़ते हुए उस भयावह कालखंड को उजागर करता है। मुख्यमंत्री साय (CM Sai) ने कहा कि मेरे बड़े पिताजी नरहरि साय को भी 19 महीने जेल में रखा गया था। वे लाखों लोकतंत्र सेनानियों में से एक थे जिन्होंने तानाशाही के विरुद्ध खड़े होकर भारत की आत्मा की रक्षा की।

कई सेनानियों को तो बेड़ियों में जकड़ा गया, और उनके परिवारों को भी अमानवीय यातनाएँ झेलनी पड़ीं। मुख्यमंत्री साय (CM Sai) ने उस समय की राजसत्ता की क्रूरता को याद करते हुए कहा कि अखबारों पर ताले लगे थे, कलाकारों की आवाज़ बंद कर दी गई थी। किशोर कुमार जैसे गायक तक को रेडियो पर बैन कर दिया गया क्योंकि उन्होंने इमरजेंसी का विरोध किया था। यह सब कुछ उस संविधान के नाम पर हो रहा था, जिसे बनाने में बाबा साहेब अंबेडकर का जीवन लगा था। मुख्यमंत्री ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि आज वही लोग संविधान की किताब हाथ में लेकर संविधान की दुहाई देते हैं, जिन्होंने कभी उसे रौंदने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। जिन्होंने संविधान कुचला था, आजकल वही उसकी दुहाई देते हैं। 1975 में आपातकाल

लगाकर पाप किया गया और उसकी पुनरावृत्ति तब हुई जब पिछली कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों की सम्मान राशि रोक दी – यह उन सेनानियों के त्याग और संघर्ष का अपमान है। मुख्यमंत्री साय (CM Sai) ने लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि यह दिन हमें याद दिलाता है कि भारत का लोकतंत्र किसी एक पार्टी या सत्ता की बपौती नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के साहस, बलिदान और संकल्प की देन है। हमें हमेशा सतर्क रहना होगा ताकि फिर कभी लोकतंत्र पर अंधकार का साया न पड़े। उन्होंने कहा कि 21 मार्च 1977 को इमरजेंसी का धब्बा हट गया, लेकिन इसे लगाने वाली मानसिकता अब भी जीवित है। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से देश की जनता अब जागरूक है और ऐसे तानाशाही इरादों को पहचानना और हराना जानती है।

Tags: Chattisgarh News
Previous Post

प्रदेशभर में इस वर्ष लगाए जाएंगे 10 करोड़ पौधे – मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

Next Post

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पदक विजेताओं का किया सम्मान

Writer D

Writer D

Related Posts

Yogi govt will celebrate Maharishi Valmiki Jayanti
उत्तर प्रदेश

7 अक्टूबर को धूमधाम से महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाएगी योगी सरकार

05/10/2025
Viksit UP
उत्तर प्रदेश

योगी पर भरोसे से बढ़ी ‘विकसित यूपी’ की चाह, पहली बार खुलकर अपने सुझाव दे रहे ग्रामीण युवा

05/10/2025
AK Sharma
उत्तर प्रदेश

एके शर्मा ने की ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक, खुले ट्रांसफार्मर और लटके तारों पर जताई कड़ी नाराजगी

05/10/2025
Deepotsav
उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में अयोध्या दीपोत्सव 2025 की तैयारियाँ तेज़

05/10/2025
CM Dhami participated in the Martyrs' Honor Ceremony in Lansdowne
Main Slider

सैन्य धाम अमर आत्माओं का प्रतीक, आने वाली पीढ़ियों को करेगा प्रेरित : मुख्यमंत्री

05/10/2025
Next Post
CM Vishnu Dev Sai

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पदक विजेताओं का किया सम्मान

यह भी पढ़ें

महाराष्ट्र : मराठवाडा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 32 हजार से ज्यादा, मृतकों का आंकड़ा 1 हजार के पार

10/08/2020
Fight between farmers and BJP workers,

गाजीपुर बार्डर पर किसानों और भाजपाइयों में मारपीट, पुलिस बल तैनात

30/06/2021
Supreme Court

एम्स और आरएमएल के डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल, 11​ दिन बाद काम पर लौटे

22/08/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version