लखनऊ। बरेली और मुरादाबाद के आईजी former (former ig) रह चुके रिटायर्ड IPS गुरबचन लाल से मुरादाबाद के कुछ लोगों ने एक करोड़ की ठगी (Cheated) की है। रिटायर्ड आईपीएस ने इस मामले में सिविल लाइंस थाने में FIR दर्ज कराई है।
FIR में रिटायर्ड आईपीएस गुरबचन लाल ने कहा है कि ठगों ने उनसे 58 लाख रुपये और एक किलो सोना ठग लिया। एक कंपनी में निवेश के नाम पर उनसे यह रकम ठगी गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई FIR में गुरबचन लाल ने कहा है कि उन्होंने वर्ष 2009 से लेकर 2012 तक साईं साफ्ट सिक्यूरीटीज लिमिटेड में 58 लाख रुपये और एक किलो सोने का निवेश किया था।
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इस कंपनी का मुख्यालय मुरादाबाद में दीनदयाल नगर में स्थित है। कंपनी के निदेशक का नाम डॉ.मयंक दुबे है। रिटायर्ड आईपीएस का आरोप है कि मयंक दुबे और उसके साथियों ने षडयंत्र रचकर धोखाधड़ी की और उनकी रकम हड़प कर गए।
जब तक आईजी थे देते रहे प्रोफिट
मूल रूप से पंजाब के निवासी आईपीएस गुरबचन लाल रिटायर होने के बाद लखनऊ गोमती नगर में रहते हैं। वह ADG के पद से रिटायर हो चुके हैं। जब तक गुरबचनलाल मुरादाबाद और बरेली में आईजी रहे तब तक कंपनी उनके निवेश पर उन्हें प्रोफिट देती रही। इसके बाद लाभांश देना बंद कर दिया। गुरबचनलाल के रिटायर होने के बाद तो कंपनी के निदेशकों ने उनके फोन भी उठाने बंद कर दिए।
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फर्जी दस्तावेजों से हड़पी रकम
सेवानिवृत्त आईपीएस का कहना है कि कंपनी के निदेशक मयंक दुबे और उसके साथियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके उनके निवेश का लाभांश अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया। इसके अलावा उनके कुल निवेश को भी हड़प गए। गुरबचनलाल ने बरेली जोन के एडीजी को एक पत्र भेजा था जिसके आधार पर मुरादाबाद की सिविल लाइंस पुलिस ने मयंक दुबे और अन्य अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की है।