कर्फ्यू से राहत मिलने के बाद रामनगरी में रौनक लौट आई है। आज से अयोध्या में सभी प्रमुख मंदिरों के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। हालांकि एक बार में केवल पांच श्रद्धालुओं को ही मंदिर में दर्शन की इजाजत होगी।
हनुमानगढ़ी में भक्तों की भीड़
कई दिनों बाद खुले हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। ज्येष्ठ मंगल का दिन होने के कारण सबसे अधिक भीड़ हनुमानगढ़ी में दिखाई पड़ रही है। कोरोना के कारण रामनवमी के पहले ही मंदिरों के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद करा दिए गए थे। बाद में कोरोना कर्फ्यू के दरमियान अयोध्या के सभी प्रमुख बाजार भी बंद हो गए थे। एक बार फिर कोरोना कर्फ्यू में ढील दिए जाने के साथ राम नगरी की रौनक वापस लौटनी शुरू हो गई है।
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महीनों बाद अयोध्या के बाजार खुले तो लोग खरीदारी करने निकलने लगे। मंदिरों में दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर कोरोना वायरस के नाश की प्रार्थना की है। हनुमानगढ़ी के प्रधान पुजारी और महंत राजू दास ने भी अयोध्या पहुंच रहे सभी राम भक्तों से अपील की है कि वह किसी भी धर्म और संप्रदाय के हो, लेकिन कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन जरूर करे।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि लोगों को लंबे समय से प्रतीक्षा थी कि मंदिर खुले और अपना दुखड़ा भगवान को सुना सके। भगवान को अपनी परेशानी सुनाने के लिए सुबह 3 बजे से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते सभी को दर्शन कराए जा रहे हैं। मंदिर प्रशासन की तरफ से निर्णय लिया गया है कि प्रसाद, माला नहीं चढ़ाई जाएगी। सुबह से अभी तक लगभग 5 हजार से ज्यादा भक्त दर्शन पूजन कर चुके हैं।