• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

सीता नवमी 5 मई को मनाई जाएगी, जानें पूजा-विधि

Writer D by Writer D
20/04/2025
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Sita Navami

Sita Navami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

सीता नवमी (Sita Navami)  एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है। हिंदू धर्म में सीता नवमी का खास महत्व होता है। सीता नवमी भगवान राम की पत्नी और आदर्श भारतीय नारी, माता सीता के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। इस दिन मां सीता की विशेष रूप से उपासना की जाती है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता सीता इसी दिन धरती से प्रकट हुई थीं। इसीलिए इस दिन को सीता जयंती या सीता नवमी के तौर पर मनाते हैं। इसको जानकी नवमी के नाम से भी जाना जाता है। मां सीता की पूजा करने से हमें जीवन में सुख, समृद्धि और सदाचार प्राप्त होता है।

सीता नवमी (Sita Navami) डेट– 5 मई, सोमवार को सीता नवमी है।

मुहूर्त-

नवमी तिथि प्रारम्भ – मई 05, 2025 को 07:35 ए एम बजे

नवमी तिथि समाप्त – मई 06, 2025 को 08:38 ए एम बजे

सीता नवमी मध्याह्न मुहूर्त – 10:58 ए एम से 01:38 पी एम

अवधि – 02 घण्टे 40 मिनट्स

सीता नवमी मध्याह्न का क्षण – 12:18 पी एम

सीता नवमी (Sita Navami) का महत्व-

माता सीता को आदर्श पतिव्रता और त्याग की प्रतिमूर्ति माना जाता है। इस दिन मां सीता की पूजा करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और स्नेह बढ़ता है।

पूजा-विधि:

सीता नवमी (Sita Navami) के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को साफ करके गंगाजल से धो लें। भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें। रोली, चंदन, अक्षत, फूल, फल, मिठाई, धूप, दीप आदि अर्पित करें। इसके बाद माता सीता और भगवान राम की आरती गाएं।

तब सीता नवमी व्रत कथा का पाठ करें। फिर व्रत रखें और पूरे दिन भगवान का ध्यान करें। शाम को फिर से पूजा करें और लोगों को प्रसाद बांटें।

Tags: sita navami
Previous Post

सभी का फेवरेट है केक, जानें अंडे रहित केक की रेसिपी

Next Post

इस दिन लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण, जाने सूतक काल का समय

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Yogi dedicated the Gorakhpur Link Expressway to the public
Main Slider

पहचान के संकट से निकलकर आज आजमगढ़ बना अदम्य साहस का गढ़- सीएम योगी

20/06/2025
Ali Ahmed
Main Slider

माफिया अतीक का बेटा अली अहमद ‘फांसी घर’ में किया गया शिफ्ट, जानें पूरा मामला

20/06/2025
Cyber Security
Main Slider

Hackers का सबसे बड़ा अटैक, 16 अरब लोगों के Google और Apple पासवर्ड लीक

20/06/2025
Four died due to house wall collapse
Main Slider

बारिश में घर की दीवार गिरी, एक ही परिवार के चार सदस्यों की मलबे में दबकर मौत

20/06/2025
hair
फैशन/शैली

रूखे बालों को बनाइए सिल्की, ये उपाय करेंगे आपकी मदद

20/06/2025
Next Post
Surya Grahan

इस दिन लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण, जाने सूतक काल का समय

यह भी पढ़ें

Madhya Pradesh High Court

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सिविल जज की भर्तियों का नोटिफिकेशन जारी

07/09/2020
राम नगरी में 2.30 घंटे रहेंगे पीएम मोदी

मोदी हनुमानगढ़ी में माथा टेकेने के बाद करेंगे मां सरयू का भी दर्शन, जानिये पूरा कार्यक्रम

29/07/2020
महाराष्ट्र में बढ़ा लॉकडाउन

महाराष्ट्र में 31 अक्तूबर तक बढ़ा लॉकडाउन, राज्य के अंदर चलेंगी ट्रेनें

01/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version