लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ,प्रयागराज और गाजियाबाद के एक एक बस अड्डे (Bus Station) का निर्माण पीपीपी माडल पर किया जायेगा।
अधिकृत सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पीपीपी मॉडल पर आधुनिक बस स्टेशनों के निर्माण की प्रक्रिया के तहत गाजियाबाद (ओल्ड), गोमती नगर (लखनऊ) एवं सिविल लाइन्स (प्रयागराज) बस स्टेशनों के लिए चयनित विकासकर्ता ओनेक्स लिमिटेड के साथ कन्सेशन अनुबन्ध हस्ताक्षर किए गए। इसके साथ ही परिवहन निगम द्वारा अपनी बसों में वैहिकल लोकेशन ट्रैकिंग एवं पैनिक बटन स्थापना के साथ निगम मुख्यालय पर आधुनिक कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, क्षेत्रीय मुख्यालयों पर रीजनल कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर एवं 100 प्रमुख बस स्टेशनों पर यात्री सूचनाओं के प्रदर्शन के लिए बड़े साइज के एलईडी डिस्प्ले पैनल्स एवं यात्री उदघोषणा तंत्र की स्थापना परियोजना का भी शुभारम्भ किया गया।
परिवहन निगम के सभागार में उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशनों को निर्मित कराया जाना सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा है। विश्वस्तरीय नवीन तकनीकों का प्रयोग करते हुए स्थानीय संस्कृति एवं वास्तुकला की झलक के साथ इन बस स्टेशनों (Bus Station) को विकसित किया जाएगा।
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ओमेक्स के प्रबन्ध निदेशक मोहित गोयल ने आश्वस्त किया कि सरकार की अपेक्षाओं के अनुरूप आधुनिक बस स्टेशनों (Bus Stations) का निर्माण एवं विश्वस्तरीय तकनीकों का प्रयोग कर यात्री अनुभवों को बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
वैहिकल लोकेशन ट्रैकिंग एवं पैनिक बटन स्थापना पर परिवहन मंत्री ने कहा कि तकनीक के माध्यम से अब यात्रियों को अपने परिजनों की वास्तविक लोकेशन की जानकारी हो सकेगी। साथ ही बस कब गंतव्य पर पहुंच रही है इसकी जानकारी प्राप्त कर अपने परिजनों को लाने व पहुंचाने में लोग सहायता प्राप्त कर सकेंगे। परिवहन मंत्री ने बताया कि परिवहन निगम की 5000 बसों में वीएलटीडी लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अब बनने वाली बसों में पहले से ही वीएलटीडी लग कर आ रहा है। पहले से संचालित बसों में परिवहन निगम शीघ्र ही वीएलटीडी का इंस्टालेशन करा लेगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, परिवहन विभाग एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर प्रदेश के मुख्य बस स्टेशनों को विश्वस्तरीय यात्री सुविधाओं के साथ विकसित कराए जाने की कार्यवाही के अन्तर्गत आगामी चरण में तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर स्थित बस स्टेशनों का विकास कराया जाना भी प्रस्तावित है। शीघ्र ही नयी कन्सलटेन्ट फर्म का चयन कर इसके लिए कार्यवाही की जाएगी।