लखनऊ। मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में छह दिन पूर्व हुई पारुल की हत्या (Murder) का खुलासा पुलिस ने गुरुवार को कर दिया है। मां से नजदीकियां बढ़ाने का विरोध करने पर गांव के ही चाचा ने उसकी हत्या की थी।
थाना प्रभारी अखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि चार जून को पारुल की लाश कोराना गांव निवासी अमर सिंह के खेत में मिली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर भारी वस्तु से चोट लगने के कारण मौत की वजह पता चली। पुलिस ने मृतका के पिता रणधीर यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी।
पुलिस ने जांच के दौरान कई अहम जानकारियां मिली। जिसके आधार पर गांव क ही रामसुमेर यादव उर्फ प्रधान को गिरफ्तार कर पूछताछ की।
उसने बताया कि वह रोजाना रणधीर के घर आता-जाता और उसकी पत्नी से घुल-मिल कर बातचीत करता था। जिसका विरोध 12वीं में पढ़ने वाली उसकी बेटी पारुल करती थी।
इसी वजह से उसने तीन जून की रात जब छात्रा अकेले कहीं जा रही थी, तभी उसका पीछा किया और अमर सिंह के खेत में ले जाकर उसके सिर पर डंडा मारकर उसकी हत्या कर दी। बाद में मृतका के घर जाकर परिवारवालों के साथ उसकी खोजबीन करने लगा ताकि किसी को उस पर शक न हो। पुलिस ने पारुल की हत्या में रामसुमेर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।