लखनऊ। योगी सरकार (Yogi government) प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में दो करोड़ नामांकन के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। उम्मीद है कि स्कूल चलो अभियान (School Chalo Abhiyan) के सफल क्रियान्वयन से राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों के नामांकन का लक्ष्य निर्धारित समय-सीमा से पहले हासिल कर लिया जाएगा। शासन स्तर पर पहल, लोगों की भागीदारी और राजनीतिक इच्छाशक्ति से योगी सरकार सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने की अग्रसर है।
योगी सरकार (Yogi government) का शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में 6-14 वर्ष की आयु के 2 करोड़ बच्चों को अभियान से जोड़ने का लक्ष्य है। वर्तमान में प्रदेश के 75 जिलों के 1.3 लाख स्कूलों में 1.88 करोड़ बच्चों का सफलतापूर्वक नामांकन किया गया है और वे पढ़ रहे हैं। स्कूल चलो अभियान (School Chalo Abhiyan) की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने 4 अप्रैल को श्रावस्ती से की थी।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में लगातार हो रहे सुधारों से प्रदेश सही दिशा में बढ़ रहा है। स्कूल चलो अभियान (School Chalo Abhiyan) के तहत सभी जिलों में अभिभावकों से अपील की गई कि वे एसएमसी की बैठकों में हिस्सा लें और अपने बच्चों का नामांकन कराएं।
नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षक राज्य भर में घरेलू सर्वेक्षण कर रहे हैं। साथ ही अभियान के तहत ईंट भट्ठों व अन्य उद्योगों में लगे बाल मजदूरों का नामांकन कराया गया है।
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गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा विभाग के तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2016-17 में प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 1.52 करोड़ विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था। योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद छात्रों की संख्या बढ़कर 1.88 करोड़ हो गई है।