इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM Biren Singh) ने रविवार शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले आज ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यापाल को सौंपा है। इसी बीच गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाईअलर्ट पर रहने के लिए कहा है।
लंबे समय से बीरेन सिंह (CM Biren Singh) को लेकर बीजेपी विधायकों में भी नाराजगी चल रही थी। मणिपुर में बीजेपी के 19 विधायकों ने पिछले साल अक्टूबर के महीने में एन बीरेन सिंह (CM Biren Singh) को सीएम पद से हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भेजी थी। इस चिट्ठी पर साइन करने वालों में विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यव्रत सिंह, मंत्री थोंगम विश्वजीत सिंह और युमनाम खेमचंद सिंह का नाम भी शामिल था।
मणिपुर में 2 साल से जारी था हिंसा का दौर
बता दें कि मणिपुर में हिंसा लंबे समय से एक गंभीर मुद्दा बना हुआ था। सूबे में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच तनाव बढ़ने के कारण कई बार हिंसक झड़पें हुई थीं, जिससे सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच लंबे समय से जमीन, आरक्षण और राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर विवाद चल रहा है।
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इसी बीच एक समुदाय राज्य में सरकार पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाता रहा है। राज्य में बीते कुछ महीनों में बड़े पैमाने पर झड़पें हुई हैं, जिसमें कई लोग हताहत हुए हैं, केंद्र सरकार ने हालात को काबू में करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है।