लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र का 20 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ था। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 22 फरवरी को प्रदेश का बजट पेश किया था। दोनों सदनों से बजट पास होने के बाद विधानमंडल की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता विपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ विधानसभा के सदस्यों का फोटो सेशन किया गया था।
विधानसभा के बाहर खींची गई इस फोटो में प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक शामिल नहीं थे। इसको लेकर अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, “दोनों उपमुख्यमंत्रियों के बिना खींची गई सदन-विधायकों की तस्वीर अधूरी है। हमारी मांग है कि सरकार की तरफ़ से उनकी अनुपस्थिति का ये स्पष्टीकरण आए कि क्या वो लोग आए नहीं या बुलाए नहीं गये? क्या उपमुख्यमंत्रियों के पद का कोई महत्व है या नहीं? क्या उनकी गिनती होती भी है या नहीं?”
अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने 3 मार्च को शेयर किया था फोटो
इससे पहले तीन मार्च को अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए इस फोटो को शेयर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, “ये है एक तस्वीर : लोकतंत्र में सौहार्द की।” इसके बाद 5 मार्च को अखिलेश यादव ने इस तस्वीर पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि फोटो में प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम शामिल नहीं हैं, इसको लेकर सरकार स्पष्टीकरण जारी करे।
11 दिन चला बजट सत्र, 36 मिनट तक कार्यवाही स्थगित
बता दें कि यूपी विधानमंडल का बजट सत्र 11 दिन चला। इस दौरान सिर्फ 36 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित हुई। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि 18वीं विधानसभा का यह चौथा सत्र था। इसमें कुल 83 घंटे 15 मिनट सदन की कार्यवाही चली, जिसमें सिर्फ 36 मिनट तक सदन की कार्यवाही स्थगित रही। विधानसभा अध्यक्ष ने होली की शुभकामनाओं के साथ सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।