लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को जनपद गोरखपुर में गोरखपुर एवं बस्ती मंडल में कोविड-19 के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रतिदिन 500 से 1000 रैपिड टेस्ट कराये जायें तथा स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, फॉगिंग आदि का कार्य नियमित रूप से चलाया जाये।
अस्पतालों में बेड की संख्या को और बढ़ाया जाये। प्रत्येक कोविड केस की जांच हो। कॉन्टेक्ट टेज्सिंग के कार्य को और बेहतर किया जाये। मास्क का प्रयोग न करने वालों का चालान किया जाये। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई, समय से भोजन एवं डॉक्टरों की उपलब्धता के साथ-साथ नियमित रूप से राउण्ड लिया जाए। मरीजों की जांच की जाये तथा होम आइसोलेशन के नियमों का सख्ती से पालन कराया जाये।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाये तथा पानी उबालकर पीने के लिए भी जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि जहां भी 10 से अधिक लोग एकत्रित हो रहे हैं, वहां पर कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से बनायी जाये।
हेल्पडेस्क पर पल्स आॅक्सीमीटर एवं इन्फ्रारेड थर्मामीटर की व्यवस्था हो। प्रत्येक वॉर्ड/ग्राम पंचायत में नोडल अधिकारी तैनात किया जाये। निगरानी समितियों को एक्टिव करते हुए सर्विलान्स का कार्य और बेहतर किया जाये। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे पर बल देते हुए कहा कि इस समय कोविड-19 के दृष्टिगत चुनौतियां बहुत अधिक हैं, इसलिए और सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन न फैले, इसके लिए लगातार आईएमए, नर्सिंग होम एसोसिएशन एवं प्रशासन परस्पर संवाद करते रहें और नर्सिंग होम/प्राइवेट अस्पताल कोविड मरीजों को रेफर करने की सूचना कन्ट्रोल रूम को दें।
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मुख्यमंत्री ने जनपदवार कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्यों, बेड की संख्या, डोर-टू-डोर सर्वे, कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्था, कॉन्टेक्ट टेज्सिंग, खाद्यान्न वितरण, रोजगार उपलब्ध कराने की स्थिति की जानकारी लेते हुए कहा कि खाद्यान्न माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही की जाये।
कहा कि हर गरीब को खाद्यान्न मिले और खाद्यान्न वितरण नोडल अधिकारी की देखरेख में किया जाये। उन्होंने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की समीक्षा के दौरान सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में सेवायोजन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाये।