भोपाल। मध्य प्रदेश के नीमच जिले से जैन मुनियों (Jain Monks) पर जानलेवा करने का मामला सामने आया है। इस हमले में तीन जैन मुनि गंभीर रूप घायल हो गए हैं। बुरी तरह से घायल होने के बाद भी पीड़ित कई किलोमीटर पैदल चलकर अगले दिन अस्पताल पहुंचे थे। दरअसल, जैन मुनियों ने नशे में धुत लोगों को पैसे देने से मना कर दिया था। इसी बात से गुस्साए आरोपियों ने मंदिर में आराम कर रहे मुनियों पर लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से हमला किया था।
नीमच जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र के कछाला गांव से जैन मुनियों (Jain Monks) पर जानलेवा हमला करने की घटना सामने आई है। जैन मुनि शैलेश मुनि जी, बलभद्र मुनि जी और मुनिंद्रा मुनि जी एक हनुमान मंदिर में आराम करने के लिए रुके थे। इस दौरान तीन बाइकों पर बैठकर आरोपी वहां पहुंचे और फिर शराब पीने के बाद उन लोगों ने मुनियों से पैसे की मांग की। पैसे देने से मना करने पर आरोपियों ने धारदार हथियार और लाठी-डंडे से उन पर हमला कर दिया।
इसके बाद जैसे-तैसे मुनियों (Jain Monks) ने भागकर अपनी जान बचाई। नशे में धुत आरोपी के हमले में तीनों के सिर और पीठ पर गंभीर चोटें हैं, साथ ही एक मुनि की उंगली भी टूट गई है। गांव के व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने रात 11 बजे मंदिर से एक मुनि को भागते हुए देखा था। इसके उन्होंने कुछ लोगों के साथ संत की खोज की और जानना चाहा कि आखिर वह मंदिर से क्यों भागे थे। मुनि ने बताया कि उनके दो साथ के दो मुनियों को कुछ लोग मंदिर में पीट रहे हैं।
योगी सरकार ने किया बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, नौ IAS अफसर हुए इधर से उधर
इसके बाद गांव वालों ने दोनों मुनियों की तलाक की। इस दौरान दोनों मुनि गंभीर रूप से घायल अवस्था में गांव वालों को मिले। वह बुरी तरह से कांप रहे थे। रात में किसी से छूने या संपर्क में आने से बचने के लिए उन्होंने इलाज नहीं करवाया। अगले दिन मान्यताओं के चलते वह बुरी तरह से घायल होने के बावजूद 6 किलोमीटर पैदल चलकर सिंगोली के अस्पताल पहुंचे। इस घटना की जानकारी होते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।