नई दिल्ली। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान में से एक नोबेल पीस प्राइज (Nobel Prize) जीतने वाले एक पत्रकार (Journalist) ने लोगों की मदद के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अपना ये अवॉर्ड बेच दिया है। इस प्राइज के बदले हेरिटेज ऑक्शन से पत्रकार को करीब 800 करोड़ रुपए मिले हैं।
रूस के रहनेवाले इस पत्रकार का नाम दिमित्री मुराटोव है। वह स्वतंत्र न्यूजपेपर Novaya Gazeta के एडिटर-इन-चीफ हैं। दिमित्री ने कहा कि वह प्राइज के ऑक्शन से मिले सारे पैसे यूक्रेन में युद्ध की वजह से घर छोड़ने को मजबूर हुए लोगों की मदद के लिए दे देंगे।
बता दें कि दिमित्री को साल 2021 में नोबेल पीस प्राइज मिला था। उन्हें यह अवॉर्ड फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की प्रासंगिकता को बचाए रखने के लिए मिला था। उन्हें यह अवॉर्ड जर्नलिस्ट मारिया रेसा के साथ मिला था। मारिया, फिलीपींस की न्यूज साइट Rappler की को-फाउंडर हैं।
मारिया और दिमित्री को इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट्स के लिए जाना जाता है। इसकी वजह से दोनों पत्रकार, अपने देश के नेताओं के भी निशाने पर रहते हैं।
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खास बात यह भी है कि यूक्रेन पर रूसी हमले के कुछ ही समय बाद Novaya Gazeta को बंद कर दिया गया था। क्योंकि तब रूसी सरकार ने कहा था कि यूक्रेन पर रूसी एक्शन को अगर कोई ‘वार’ बताता है तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा और उसे बंद करवा दिया जाएगा। रूसी सरकार अपने एक्शन को ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ बताती है।
हालांकि, ऑक्शन में दिमित्री के नोबेल प्राइज के लिए 800 करोड़ की बोली किसने लगाई है, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
हेरिटेज ऑक्शन ने बताया कि न्यूयॉर्क में गोल्ड मेडल की बिक्री से मिले पैसे Unicef की मदद के लिए दी जाएगी। ताकि युद्ध की वजह से यूक्रेन से निकले बच्चों की मदद की जा सके।
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ऑक्शन के बाद दिमित्री ने एक वीडियो मैसेज में कहा- सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोग इस बात को समझें कि एक युद्ध चल रहा है। साथ ही, हमें सबसे ज्यादा प्रभावित हुए लोगों की मदद करनी चाहिए।