लखनऊ। राजधानी में मौसम के जबरदस्त बदलाव और बारिश के बीच रावण दहन (Ravana Dahan) की परंपरा का क्रम नहीं टूटा। बुधवार को सुबह से खुले मैदान में रखे रावण समेत अन्य के पुतलों को पन्नी आदि से ढककर बचाने की जोर आजमाइश चलती रही। रात आठ बजे बारिश कम होने के बाद रामलीला समितियों व अन्य लोगों ने राहत की सांस ली। फिर पुतला दहन ने जोर पकड़ा। शहर के सबसे प्राचीन और बड़े करीब 65 फुट के रावण (Ravana) के लैमिनेटेड पुतले का दहन ऐशबाग रामलीला मैदान में हुआ तो मौजूद भीड़ ने जय श्रीराम के जयघोष लगाए।
मौसम में परिवर्तन और परिस्थितियां विपरीत होने के बाद भी ऐशबाग रामलीला मंचन और रावण दहन ( Ravana Dahan) किया गया। समिति के अध्यक्ष हरीश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि प्रभु राम के प्रति समस्त रामभक्तों की जो श्रद्धा है। उसी ने समिति को साहस दिया कि इतनी भारी बारिश के बाद भी विजय दशमी को पहले कि तरह ही आयोजित किया जा सका। यहां पर मुख्य अतिथि पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त रोशन जैकब, डीएम सूर्यपाल गंगवार आदि की मौजूदगी में भव्य तरीके से रावण दहन जोरदार आतिशबाजी के साथ हुआ। मैदान में भरे पानी के बीच में दर्शकों का उत्साह और जोश कम नहीं पड़ा। लोग बच्चों को कंधे पर बिठाकर रावण दहन दिखाने पहुंचे। बाहर लगे मेले में भी बच्चों, महिलाओं समेत सभी ने खूब मस्ती की। यहां विजय दशमी के दिन मंदोदरी रावण संवाद, मेघनाथ व रावण वध के दृश्य प्रस्तुत किये गए। संस्था के सचिव पं आदित्य द्विवेदी ने सभी का आभार जताया।
शोभायात्रा के बाद दहन
आलमबाग में श्री रामचन्द्र सांस्कृतिक कला एवं सामाजिक सेवा समिति की ओर से 43वां श्री रामलीला दशहरा मेला एवं शोभा यात्रा निकाली गई। वरिष्ठ महामंत्री अतुल तिवारी ने बताया कि मेला स्थल पर महापौर संयुक्ता भाटिया मौजूद रहीं। संस्था के अध्यक्ष सौरभ सिंह ने महापौर की सम्मानित किया।
गाजे-बाजे और रथ में विराजमान प्रभुश्रीराम श्रद्धालुजन पुष्प वर्षा के साथ आलमबाग से सिंगारनगर, बारा बिरवा, नेबरहुड पार्क होते हुए जयजगत पार्क शाम को पहुंची। यहां लंकेश और राम युद्ध के बाद 40 फुट के रावण और मेघनाथ 35 फुट के पुतले का दहन हुआ।
आलमबाग की वीजी काॅलोनी की रामलीला दशहरा मेला कमेटी की ओर से सुबह निकलने वाली शोभायात्रा देर शाम की निकली। आलमबाग होते हुए कानपुर रोड पर तय स्थान पर पहुंची। जहां पहले से खड़े रावण के भीगे पुतले का दहन किया गया।
रावण दहन के बाद लोगों के ऊपर गिरा जलता हुआ पुतला, मैदान में मची भगदड़
दिनभर बारिश के बावजूद महिला शक्ति संस्था आलमबाग के कैलाशपुरी में महिला एवं बाल कलाकार दशानन वध कर असत्य पर सत्य की जीत का पंचम लहराया। विजयदशमी का यह आयोजन महिला इकाई ही किया। इसमें युवा कलाकारों का बढ़-चढ़कर उत्साह दिखा। संस्था की अध्यक्ष कुसुम पाठक ने कहा कि रावण एक महाज्ञानी था। ज्ञानी होने के बावजूद युवा पीढ़ी को उसके अंदर अहंकार को भगवान श्रीराम के अंत का स्वरूप को बताना ही रावण दहन का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में बच्चों को बाल रूप में राम, लक्ष्मण, हनुमान और लंकेश के अभिनय से उन्हें जीवन की सच्चाई जागृत होती है। बाल कलाकारों का उत्साह बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि पांच फीट के लंकेश का पुतला फूंका गया।
तुलसी पार्क पर रावण दहन ( Ravana Dahan) टला
गीतापल्ली के तुलसी पार्क में गुरुवार को दशहरा उत्सव श्रृद्धा व उल्लास से मनाया जाएगा। आयोजक सियाराम वर्मा ने बताया कि कल दशहरा मेला का आयोजन किया जाएगा। श्री रामलीला समिति, महानगर ने निर्देशक पीयूष पाण्डे से संवाद करके ये निर्णय लिया है कि बुधवार को सांकेतिक रूप से समिति हाल में मेघनाथ लक्ष्मण, युद्ध, कुंभकर्ण राम, लक्ष्मण और श्री राम सेना युद्ध और राम व उनकी सेना और रावण युद्ध मंचित किया जाएगा। कल पारितोषिक वितरण, रावण मेघनाथ पुतला दहन, राज्याभिषेक के साथ इस वर्ष की श्री रामलीला महोत्सव का समापन होगा।