उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस ने निर्वाचन आयोग की वेबसाइड में सेंधमारी कर फर्जी पहचान पत्र बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो और सदस्यों को राजस्थान के बारां जिले से गिरफ्तार कर लिया, अब तक इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. एस चनप्पा ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सहारनपुर पुलिस ने राजस्थान के बारां जिले में दबिश देकर इस गिरोह के दो सदस्यों दीपक मेहता और उसके भाई संदीप मेहता को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइड में सेंधमारी कर फर्जी तरीके से मतदाता पहचान पत्र बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि इस गिरोह में शामिल दो अन्य लोग हरिओम और विकेश निवासी मुरैना मध्य प्रदेश में से हरिओम को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सहारनपुर पुलिस भी उन दोनों की गिरफ्तारी के लिए मध्य प्रदेश में डेरा डाले हुए है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों पर गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई की जायेगी।
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गौरतलब है कि सहारनपुर की क्राइम ब्रांच टीम और नकुड़ पुलिस ने मच्छरहेड़ी में 12 अगस्त की रात छापेमारी कर 22 वर्षीय युवक विपुल सैनी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ पर सहारनपुर पुलिस ने दिल्ली निवासी अरमान मलिक और दिल्ली के ही कमल विहार निवासी आदित्य खत्री, आजादपुर निवासी आशीश जैन और दिल्ली के सराय बस्ती निवासी नितिन को गिरफ्तार किया था।
आदित्य खत्री और नितिन निर्वाचन आयोग के कार्यालय में संविदा पर कंप्यूटर आपरेटर के रूप में कार्य कर चुके हैं। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के साइबर कैफे संचालकों को निर्वाचन आयोग की यूजर आईडी और पासवर्ड बांटे थे। जिसके बदले उन्होंने मोटी रकम वसूली थी।