लखनऊ। यूपी एसटीएफ (STF) ने मंगलवार को पॉलिटेक्निक चौराहे से एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार (Arrested) किया है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर तीन सौ से अधिक बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी की है। वह एक गिरोह भी चलाता था।
प्रभारी एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम के मुताबिक, पकड़ा गया अभियुक्त विकासनगर निवासी चन्द्रभूषण दुबे है। पूछताछ में उसने बताया कि 2008 में एक सिक्योरिटी गार्ड सर्विसेज नाम से कंपनी खोली, लेकिन अच्छा काम न चलने पर 2016 में इसे बंद करना पड़ा। इसी दौरान उसकी मुलाकात अभिलाष त्रिपाठी से हुई थी। उसने बताया कि वह पोस्ट ऑफिस में नौकरी दिलाने का काम करता है।
उसके साथ मनोज, हरिवंश भी काम करते हैं। इसके बाद तीनों मिलकर एक योजना के तहत बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने का काम शुरु कर दिया है। इसके लिए उन्होंने बकायदा महानगर में एक ऑफिस बनाया, जहां लोगों को बुलाकर नौकरी के बारे में जानकारी देकर पैसा ठगते हैं। उन लड़कों को फर्जी नियुक्ति पत्र दे देते थे और पैसे को आपस में बांट लेते।
इस प्रकार से उन लोगों ने 2016 से 2020 तक तीन सौ लोगों से करीब करोड़ों रुपये की ठगी की है। जब अभ्यर्थी विभागों में नौकरी करने जाते तो उन्हें पता चलता कि उनके साथ धोखा हुआ है। उनके द्वारा पैसा मांगने पर बहाना बनाते। साल 2020 अचानक ऑफिस बंदकर वहां से फरार हो गए और नम्बर भी बंद कर दिया।
पकड़े गए अभियुक्त के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के लिए संबंधित थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है।