देवरिया कोतवाली स्थित एसओजी के बैरक के सामने से पुलिस की बोलेरो चुराने वाले गिरोह के चार सदस्यों को एसओजी ने दबोच लिया। इनमें से दो अभियुक्तों ने बैरक में से गाड़ी की चाभी लेकर गाड़ी उड़ा ले गए थे। आश्चर्यजनक बात है कि इन चारों चोरों में एक चोर एसओजी का मुखबिर है।
मंगलवार को पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बोलेरो को कुशीनगर की एसओजी ने बरामद किया था। उन्होने बताया कि बीते 28 मार्च की रात में देवरिया एसओजी टीम की सरकारी बोलेरो गाड़ी को अज्ञात चोर चुरा ले गए थे। कुशीनगर की पटहेरवा और एसओजी की टीम ने 31 मार्च की रात में हतवा मोड़ थाना पटेहरवा के पास से बोलेरो को बरामद कर ली गई थी।
उन्होंने बताया कि वाहन लिफ्टरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई थी। पुलिस ने रात में कोतवाली परिसर के आसपास मोबाइल नम्बरों के आधार पर बदमाशों की शिनाख्त की। वहीं, मुखबिर की सूचना पर कसया ओवरब्रीज के पास से बिना नंबर के एक स्कारपियो से चारों जा रहे थे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया।
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पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम शम्भू पाण्डेय पुत्र स्व फौजदार पाण्डेय निवासी लोहटी थाना कटया जिला गोपालगंज (बिहार), विपिन कुमार तिवारी पुत्र शिवपूजन तिवारी निवासी कुरमौटा मंझरिया थाना कसया जिला कुशीनगर, राकेश कुशवाहा पुत्र हरिवंश कुशवाहा निवासी अनिरूधवा थाना कसया जिला कुशीनगर और अंजनी सिंह उर्फ टिंकू पुत्र श्रीप्रकाश सिंह निवासी खेमादेई थाना लार जिला देवरिया बताया है।
उन्होंने बताया कि विपिन कुमार तिवारी अधिवक्ता है। उनके पास से एक लाइसेंसी पिस्टल बरामद हुआ है। वहीं, शंभू पाण्डेय के पास से तमंचा बरामद हुआ है। अंजनी के पास से 1.2 किलो ग्राम चरस बरामद हुआ।
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वहीं, अंजनी ने बताया कि वह एसओजी का मुखबिर है। उसने कई बार अवैध शराब के बारे में सूचना दिया था। वह नशे का आदी है। नशे में गाड़ी को चुरा लिया। बाद में पता चला कि चोरी गई बोलेरो पुलिस की है। गाड़ी को बेचने ले जाते समय कुशीनगर पुलिस को देख गाड़ी छोड़ कर फरार हो गए।