बस्ती। जिले मे अवैध तरीके से नौकरी कर रही दो फर्जी शिक्षकों (Fake Teachers) की सेवा समाप्त (Terminated) कर दी गयी है।
आधिकारिक सूत्रो ने सोमवार को बताया कि मऊ निवासी अनीता सिंह के नाम पर फर्जी महिला शिक्षका अनीता सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय दसिया, सलटौवा में कार्यरत थीं। जिले में इनकी नियुक्ति 13 नवंबर 1994 में हुई थी। पैरोल माड्यूल पर इनका डाटा अपलोड करते पकड़ में आया था कि इसी पैन नंबर पर जनपद मऊ में अनीता सिंह नाम की एक अध्यापिका ख्वाजा जहांपुर नगर क्षेत्र जनपद मऊ में कार्यरत हैं। प्रकरण में जांच की शुरू हुई। हाई स्कूल अंकपत्र के सत्यापन में अंकित पते पर सत्यापन उपरांत यह प्रकाश में आया की वास्तविक अनीता सिंह जनपद मऊ में कार्यरत हैं।
दूसरी फर्जी शिक्षका प्रेमलता सिंह गौर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय महुआ डाबर में बतौर प्रधानाध्यापक कार्यरत थीं। असली प्रेमलता सिंह गोरखपुर जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय भितहा, कौड़ीराम में कार्यरत हैं। जिनकी शिकायत पर कराई गई जांच में यह मामला सामने आया। इनके शैक्षणिक अभिलेख एवं पैन कार्ड का दुरुपयोग करते हुए जनपद बस्ती में फर्जी महिला बेसिक शिक्षा विभाग में तीन दिसंबर वर्ष 1997 में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त हुई थी। तब से वो नौकरी करते हुए वेतन प्राप्त कर रही थी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दो फर्जी शिक्षको (Fake Teachers) के विरूद्व सेवा समाप्ति की कार्यवाही करने के बाद उनके विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने एवं वेतन वसूली करने के आदेश जारी किया गया है।