लखनऊ। प्रतापगढ़ जिले के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कुंडा विधानसभा क्षेत्र से लगातार सात बार निर्दलीय चुनाव जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया था। जनसत्ता दल नाम से अपनी पार्टी बना लेने वाले राजा भैया का नाम फिर से चर्चा में है।
राजा भैया के खिलाफ कुंडा के साथ ही महेशगंज, प्रयागराज, रायबरेली के ऊंचाहार और राजधानी लखनऊ में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, अपहरण समेत अन्य संगीन धाराओं में 47 मुकदमे दर्ज हैं। कुछ मुकदमों में राजा भैया को न्यायालय से राहत मिल चुकी है, तो ऐसी खबरें भी आईं कि कुछ मुकदमे शासन-सत्ता के दबाव में वापस हो चुके हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने सरकार से मुकदमे वापस लिए जाने के कारण पूछे थे। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने सफाई दी है।
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अपराधियों और बदमाशों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही योगी सरकार की ओर से कहा गया है कि राजा भैया से जुड़ा कोई मुकदमा वापस नहीं हुआ है। सरकार की ओर से मुकदमा वापस लिए जाने संबंधी खबरों का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार के गठन के बाद राजा भैया से जुड़ा एक भी मुकदमा वापस नहीं लिया गया है।