लाइफ़स्टाइल डेस्क। सर्दियों में ठंड से बचने और खुद को गर्म रखने के लिए अक्सर लोग घरों में हीटर का इस्तेमाल करते हैं। पर क्या आप जानते हैं आपकी और बच्चों की सेहत के लिए हीटर जैसे उपकरणों का इस्तेमाल कितना नुकसानदायक हो सकता है? आइए जानते हैं हीटर का इस्तेमाल करते हुए किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।
हवा से नमी खत्म करता है हीटर-
स्वस्थ रहने के लिए हवा में नमी का मौजूद होना जरूरी होता है। लेकिन हीटर का इस्तेमाल हवा में मौजूद नमी को खींचकर खत्म कर देता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को भी त्वचा में सूखेपन की शिकायत होने लगती है। अगर बच्चा बहुत देर तक इस माहौल में रहता है तो बच्चे को रक्तस्राव होने का भी खतरा हो सकता है।
सांस लेने में परेशानी-
कमरे में हीटर लगाकर रखने से कई बार कमरा कमरा काफी गर्म हो जाता है जिससे बच्चे या बुजुर्गों का शरीर सहन करने में असफल हो जाता है और उन्हें घुटन महसूस होने लगती है।
अक्सर छोटे बच्चों को जब बार-बार अलग-अलग तापमान में रखा जाता है तो उनका स्वास्थ्य खराब होने लगता है। ऐसे ही हीटर या ब्लोअर लगाते समय भी होता है। हीटर चलाते समय कमरा गर्म हो जाता है और जब आप उसे बंद करते हैं तो कमरा सामान्य हो जाता है। तापमान में यह उतार-चढ़ाव बच्चे के स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है।
हीटर से हो सकता है SIDS का खतरा
बच्चों को हीटर वाले गर्म कमरे में रखने से आपके बच्चे को अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (SIDS) का खतरा हो सकता है। इसमें बच्चे को घुटन होने के कारण सांस लेने में परेशानी होती है जिस कारण उनकी मौत हो जाती है।
बरतें ये सावधानियां-
- कमरे में आने से पहले ही कुछ देर पहले हीटर चलाकर कमरे को गर्म करना चाहिए।
- हीटर चलाने से कुछ देर पहले दरवाजे और खिड़कियों को कुछ देर खुला रखना चाहिए।
- हीटर या ब्लोअर के इस्तेमाल के दौरान आपको कमरे में गीले तौलिए रखने चाहिए जिससे हवा में नमी बनी रहे।
- हीटर चलाते समय हमेशा बच्चे को दूर रखें। अगर बच्चे हीटर और ब्लोअर को छूते हैं तो इससे उन्हें करंट लगने का खतरा भी रहता है।