• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

आखिरी सांस गिन रहे पिता को बचाने की बेटे की इच्छा रह गई अधूरी, SC का फ़ैसला आने से पहले मौत

Writer D by Writer D
15/09/2022
in राष्ट्रीय, नई दिल्ली
0
Supreme Court

Supreme Court

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के एक नाबालिग लड़के ने गंभीर रूप से बीमार अपने पिता को लिवर दान करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) के आदेश से पहले ही नाबालिग के पिता की मौत हो गई। इस संबंध में अदालत को बुधवार को जानकारी दी गई। इसके बाद जस्टिस कौल और जस्टिस अभय ओका की पीठ ने मामले की कार्यवाही स्थगित करने का फैसला किया।

यह मामला इससे पहले शुक्रवार को चीफ जस्टिस यूयू ललित के संज्ञान में लाया गया था, जिन्होंने मामले की तत्परता को समझते हुए इसे सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए थे। पीठ ने कहा था कि बेटे ने स्वेच्छा से अपना लिवर पिता को दान करने की इच्छा जताई है। लेकिन उसके नाबालिग होने की वजह से संबंधित कानून के तहत ऐसा करने की मंजूरी नहीं है। अदालत ने इस मामले में यूपी सरकार को नोटिस जारी कर राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी को सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद रहने को कहा था।

इस बीच अदालत ने कहा था कि लिवर दान किया जा सकता है या नहीं, यह देखने के लिए संबंधित अस्पताल में नाबालिग का प्रारंभिक परीक्षण किया जाना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में नाबालिग की मां भी लिवर डोनेट करने को तैयार थी लेकिन मेडिकल टेस्ट में वह लिवर डोनेट करने के लिए फिट नहीं पाई गईं।

जीवित नाबालिगों के अंगदान को लेकर छिड़ी बहस

इस मामले से यह बहस भी शुरू हो गई है कि क्या जीवित नाबालिगों को अंगदान की अनुमति दी जानी चाहिए या नहीं क्योंकि कानून के अनुसार कोई भी नाबालिग मौत से पहले अपने शरीर का कोई भी अंग या टिश्यू टोनेट नहीं कर सकता।

इस शहर में 84 रुपए में मिल रहा  है पेट्रोल, जाने अपने शहर  के रेट

बता दें कि 17 साल के एक नाबालिग लड़के ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) का रुख किया था। नाबालिग ने याचिका में कहा था कि उसके पिता की हालत गंभीर है और उन्हें तुरंत लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है। मैं अपने पिता को लिवर देना चाहता हूं। इसी को लेकर नाबालिग ने कोर्ट से अनुमति मांगी थी।

Tags: delhi newsliver donateSupreme Courtup news
Previous Post

इस शहर में 84 रुपए में मिल रहा  है पेट्रोल, जाने अपने शहर  के रेट

Next Post

रामलला का दर्शन करेंगे सीएम एकनाथ शिंदे, काशी विश्वनाथ के दरबार में लगेंगे हाजिरी

Writer D

Writer D

Related Posts

FDA
उत्तराखंड

त्योहारों पर मिलावटखोरों के खिलाफ सख़्ती, मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में एफडीए का विशेष अभियान जारी

28/09/2025
1xBet
Main Slider

1xBet मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, सेलेब्स-क्रिकेटरों की करोड़ों की संपत्ति होगी जब्त

28/09/2025
CM Vishnudev Sai
Main Slider

सीएम विष्णुदेव साय ने सुनी ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 126वीं कड़ी

28/09/2025
CM Vishnudev Sai
राजनीति

भगत सिंह का जीवन हमें यह सिखाता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि: मुख्यमंत्री विष्णुदेव

28/09/2025
Chaitanyananda Saraswati
क्राइम

स्वामी चैतन्यानंद की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा

28/09/2025
Next Post
Eknath Shinde

रामलला का दर्शन करेंगे सीएम एकनाथ शिंदे, काशी विश्वनाथ के दरबार में लगेंगे हाजिरी

यह भी पढ़ें

रणबीर-अलिया के नए घर में ऋषि कपूर के लिए होगा स्पेशल रूम, इन चीजों को मिलेगी जगह

19/11/2021

शहीद समर पाल को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, आश्रितों को 50 लाख की मदद का किया ऐलान

26/10/2021
Khelo India University Games

18 मई को बदायूं में मशाल रैली पर होगी पुष्प वर्षा भव्य स्वागत

16/05/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version