अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान ने कहा कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान को मदद या समर्थन देने की बात उन्होंने कभी नहीं की है। तालिबानी विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई ने कहा, भारत-पाकिस्तान के आपसी विवाद में हमें न घसीटें।
दोहा से जारी स्टेनकजई के इस बयान को पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पाकिस्तान को यह उम्मीद थी कि कश्मीर में तालिबान न केवल उसका साथ देगा, बल्कि आतंकवाद को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा। स्टेनकजई ने साफ कहा, मीडिया में इस प्रकार की बातें आ रही हैं, लेकिन वे सब मनगढ़ंत हैं। हम सभी पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध बनाना चाहते हैं।
स्टेनकजई ने कहा, तालिबान की ओर से भारत के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन करने का कोई बयान या संकेत नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, भारत को युद्ध से खस्ताहाल हो रहे अफगानिस्तान में अपनी कूटनीतिक मौजूदगी बनाए रखनी चाहिए।
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स्टेनकजई ने कहा, भारत पाकिस्तान अपनी लंबी सीमा पर आपस में लड़ सकते हैं। इसके लिए उन्हें अफगानिस्तान का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हम किसी भी देश को ऐसा कुछ भी करने के लिए अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग नहीं करने देंगे।
उन्होंने कहा, मुझे दोनों के बीच लंबे समय से जारी राजनीतिक और भौगोलिक विवादों की समझ है। यह उनके अंदरूनी विवाद हैं। यही उम्मीद करता हूं कि इसमें अफगानिस्तान का इस्तेमाल नहीं होगा।