उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना अन्तर्गत एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थल का चयन कर उसे उच्च स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इस योजना में प्रत्येक विधान सभा के विकास के लिये 50 लाख रूपये की धनराशि पर्यटन विभाग द्वारा वहन की जाएगी एवं अतिरिक्त आवश्यकता के लिये धनराशि का वहन विधायक निधि/सीएसआर फण्ड आदि से किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 8943.31 करोड़ रूपये की लागत से कुल 373 विधानसभाओं के पर्यटन स्थलों के विकास के लिये स्वीकृत किया जा चुका है।
डॉ तिवारी शुक्रवार को मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्द्धन योजना के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता पर विशेष बल दिए जाने के लिये निर्देश दिये। उन्होंने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को आदेश दिए कि समय-समय पर योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण किया जाए तथा अपने-अपने क्षेत्र में कराये जा रहें कार्यों की प्रगति रिपोर्ट महानिदेशक पर्यटन को उपलब्ध कराएं।
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पर्यटन मंत्री ने कहा कि चयनित पर्यटक स्थल पर मूलभूत सुविधाओं का उच्चीकरण किए जाने से स्थानीय एवं घरेलू पर्यटकों के आवागमन में निरन्तर वृद्धि हो सकेगी तथा पर्यटक/श्रृद्धालु प्रदेश के जिलों में स्थित पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थलों जिनका चिन्हांकन उनके धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक होने के आधार पर किया जा रहा है, के भ्रमण के लिये प्रेरित होगें।
बैठक में डॉ तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विपुल सम्भावनाओं का प्रदेश है। यहाँ पर स्थित विश्व प्रसिद्ध स्मारक, प्राचीनकाल के शिलालेख, पेन्टिंग्स, पौराणिक महत्व के तीर्थ स्थल, प्राकृतिक सम्पदाएं, व्यजंन तथा हस्तशिल्प पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते है। उत्तर प्रदेश के लगभग प्रत्येक जिले में महत्वपूर्ण धार्मिक, आध्यात्मिक, प्राचीन, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक स्थल दूर-दूर तक फैले हुए हैं। इन विविध आकर्षणों को विश्व पटल पर अंकित करने एवं पर्यटन स्थलों के सतत् विकास एवं संवर्धन हेतु प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र के पर्यटन विकास के लिये एक विशिष्ट क्षेत्र का विकास करने एवं उसे उच्च स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है।
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उन्होने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर कराये जा रहे कार्यों के फलस्वरूप देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को स्तरीय पर्यटक सुविधायें प्राप्त हो सकेंगी और उनका पर्यटन-अनुभव बेहतर हो सकेगा। इसके साथ ही साथ इन योजनाओं से लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे तथा उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्तर का उन्नयन होगा।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव/महानिदेशक पर्यटन मुकेश मेश्राम, विशेष सचिव पर्यटन मनोज कुमार और प्रबंध निदेशक उप्र राज्य पर्यटन विकास नि शिवपाल सिंह समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।