बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नजरों में आयी गुरलीन चावला ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
श्री योगी ने गुरलीन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने संकल्प और परिश्रम से झांसी की धरती को स्ट्रॉबेरी की खेती के अनुकूल बनाया है। मुख्यमंत्री ने इस प्रकार की अभिनव पहल से अधिक से अधिक किसानों और युवाओं को जोड़े जाने पर बल दिया।
उन्होने कहा कि गुरलीन बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को कृषि विविधीकरण के इस प्रयास में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कृषि उत्पाद को ऑर्गेनिक प्रमाणित करने के लिए मण्डल स्तर पर प्रयोगशाला की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी से आज लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर स्ट्रॉबेरी की खेती करने वालीं बुन्देलखंड (झांसी) की सुश्री गुरलीन कौर जी ने शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने स्ट्रॉबेरी खेती के उनके प्रयासों की सराहना की। pic.twitter.com/UzO3kin5z6
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) February 1, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती जहां एक ओर किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायक होगी, वहीं दूसरी ओर ‘स्ट्रॉबेरी महोत्सव’ जैसे आयोजनों से बाजार की जरूरतों को भी पूरा करने में मदद मिलेगी। सुल्तानपुर में ड्रैगन फ्रूट की खेती तथा झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती किए जाने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में किसानों ने अपने परिश्रम से ऐसी फसलें उगाईं, जिनके बारे में यह धारणा थी कि वे स्थानीय जलवायु और भूमि के अनुकूल नहीं हैं।
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उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस प्रकार के प्रगतिशील प्रयासों का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक किसानों को इनसे जोड़ें। उन्होंने इन उत्पादों की मार्केटिंग और प्रोसेसिंग की व्यापक व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिए।
गौरतलब है कि गुरलीन चावला ने झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग किया। पिछली 17 जनवरी को मुख्यमंत्री ने झांसी में आयोजित ‘स्ट्रॉबेरी महोत्सव’ का वर्चुअल माध्यम से शुभारम्भ करते हुए कहा था कि बुन्देलखण्ड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन देश व प्रदेश के लिए नया सन्देश है। इससे बुन्देलखण्ड क्षेत्र की नई पहचान बनेगी। पिछले रविवार को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्ट्रॉबेरी की सफलतापूर्वक खेती के लिए गुरलीन चावला के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा था कि स्ट्रॉबेरी महोत्सव जैसे आयोजन यह दर्शाते हैं कि हमारा देश कृषि क्षेत्र में किस प्रकार नवीनतम तकनीकी को अपना रहा है।