लखनऊ। माल थाना क्षेत्र के पतौना गांव में होलिका दहन के अवसर पर पारिवारिक विवाद के चलते पिता और पुत्र ने अपने दो सहयोगियों के साथ युवक की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं परिजनों ने मंगलवार को बीच सड़क पर शव रखकर पुलिस के विरुद्ध लगभग 3 घंटे तक सैकड़ों ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन कर आवागमन अवरुद्ध रखा।
पतौना गांव निवासी लुकई के बड़े बेटे पारस 20 वर्ष उर्फ सरोज को पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही सरकारी राशन के दुकानदार मूलचंद व लड़के धर्मवीर ने अपने दो सहयोगी बीपी पुत्र हीरालाल व धर्मेंद्र पुत्र रामनरेश निवासी भनौरा के कहने पर शाम लगभग 5 बजकर 30 मिनट पर दरवाजे पर घसीट कर पहले तो युवक पर राड से हमला किया, उसके बाद चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
युवक की गला दबा कर हत्या, जांच में जुटी पुलिस
जब शव मंगलवार को लगभग 2 बजे गांव पहुंचा तो परिजनों के साथ सैकड़ों ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर 3 घंटे तक आवागमन बाधित रखा। इसकी सूचना इंस्पेक्टर राम सिंह ने अपने उच्च अधिकारियों को दी जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे उप जिला अधिकारी मलिहाबाद अजय कुमार राय व क्षेत्राधिकारी मलिहाबाद योगेंद्र सिंह के साथ-साथ मलिहाबाद व इटौंजा पुलिस के साथ पीएससी के साथ मौके पर पहुंची।
ग्रामीणों के साथ परिजनों को क्षेत्राधिकारी व उप जिलाधिकारी के काफी समझाने बुझाने के बाद परिजनों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया। वहीं पुलिस हत्यारोपी धर्मवीर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है तथा अन्य लोगों को पकड़ने के लिए जगह जगह पर दबिश दे रही है।
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वही आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने उप जिलाधिकारी से कोटेदार की दुकान को निरस्त करने की मांग की, जिस पर उपजिलाधिकारी मलिहाबाद ने राशन की दुकान को निरस्त करने का आश्वासन दिया।