लखनऊ। संभल हिंसा को लेकर अब प्रदेश की राजनीति गरमाने लगी है। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad Pandey) के नेतृत्व में सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हिंसा की वजह जानने के लिए जिले का दौरा करने वाला था, लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि सपा प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने से रोक दिया गया है। साथ ही माता प्रसाद पांडे के घर के बाहर भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है।
सपा नेता माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad Pandey) ने कहा, “संभल के डीएम ने मुझे फोन किया और कहा कि आप यहां पर न आए। स्थिति बिगड़ सकती है। 10 तारीख तक निषेधाज्ञा धारा लागू है। इसके बाद मुझे होम सेक्रेटरी संजय प्रसाद का फोन आया और मुझसे उन्होंने कहा कि आप संभाल मत जाइए, स्थिति बिगड़ सकती है।” नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा, “मैंने उनसे (संभल डीएम) कहा कि ठीक है, हम पार्टी ऑफिस जाएंगे और वहां पर तय करेंगे कि आगे क्या करना है।”
पुलिस की तैनाती पर माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad) ने कहा, “सबसे पहले उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था लेकिन बिना किसी नोटिस के मेरे घर के सामने पुलिस की तैनाती कर दी गई। बहराइच मामले में भी पहले मुझे नोटिस दिया गया था कि आप यहां पर ना आइए, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं किया गया।”
इस मामले में सपा सांसद हरेंद्र सिंह मलिक का कहना है, “जमीनी हकीकत क्या है? 24 नवंबर की घटना कैसे हुई? हम हकीकत देश के सामने रखेंगे। अगर सरकार हमें इजाजत दे तो हम संसद में भी हकीकत बताएंगे। हम यह भी चाहेंगे कि जांच सत्य के आधार पर हो। हमें संभल में राज्य सरकार और पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर भरोसा नहीं है। जब जिला प्रशासन घटना में शामिल है तो सरकार को अन्य माध्यमों से भी जांच करानी चाहिए।”
सपा सांसद ने आगे कहा, “संभल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है…हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे संभल में हालात बिगड़ें, अगर उन्हें हमारे प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे से कोई दिक्कत है तो वे वीडियोग्राफी कराएं। अगर प्रशासन हमें इजाजत दे तो हम संभल जाएंगे।”
बता दें कि सपा का प्रतिनिधिमंडल माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व शाही जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश के बाद भड़की हिंसा के बारे में जानकारी जुटाने के लिए संभल जाने वाला था। लेकिन, इलाके में धारा 163 लागू होने से जिले में किसी के आने पर भी रोक लगी हुई है।